सूझबूझ – शिव कुमारी शुक्ला : Moral Stories in hindi

सौम्या और राघव की शादी को चार वर्ष हो गए थे, किन्तु वे अभी तक संतान सुख से वंचित थे। अड़ोस-पड़ोस की महिलाएं उसकी सास शान्ति जी से पूछतीं बहू कब खुशखबरी सुना रही है ‌। शान्ति जी उदास हो कहतीं पता नहीं भाग्य में संतान सुख है भी या नहीं, कोई आसार ही नजर … Read more

भाग्य विधाता – माधुरी : Moral Stories in hindi

सुबह से रूपा का तीन बार फ़ोन आ चुका था।पिताजी प्लीज़ कुछ तो मदद कर दीजिए ,ताकि बिज़नेस को फिर से शुरू किया जा सके।।आप मदद नही करेंगे तो फिर कौन करेगा।मेरे परिवार पर इस समय बहुत बड़ी मुसीबत आन पड़ी है। सेठ जी ने झुंझलाकर सेठानी से कहा कि इसको कह दो यहाँ फ़ोन … Read more

हमारा भाग्य विधाता ऊपर वाला – सुषमा यादव : Moral Stories in hindi

शोभा अपनी बेटी निशा के एमबीबीएस करने के बाद एमडी की काउंसिलिंग के लिए कई जगह उसे लेकर जा रही थी। जहां जहां उसने फार्म भरा हुआ था।  निशा के पापा नहीं थे इसलिए मां ही उसे हर जगह ले जा रही थी।आल इंडिया काउंसलिंग के लिए मां बेटी नोएडा गईं थीं । वहां से … Read more

ये घर तुम्हारा भी है – रश्मि झा मिश्रा : Moral Stories in hindi

जया घूंघट काढ़े ट्रेन में खिड़की के पास बैठी हुई थी… खिड़की के पास मुंह रखने से ज्यादा घूंघट लेने की जरूरत नहीं हो रही थी…. थोड़े में काम चल रहा था…. तभी नन्हा मिंटू दौड़ता हुआ खिड़की के पास आकर खड़ा हो गया…” मामी मुझे बैठना खिड़की के पास… हटिए… हटिए…”  वह लिहाज के … Read more

वृद्धाश्रम –  विभा गुप्ता : Moral Stories in hindi

 ” बहू.., मैं सोच रही हूँ कि हमें वृद्धाश्रम चले ही जाना चाहिये।तुम्हें सुकून मिल जाएगा और हमें….।” गैस पर चढ़ा कढ़ी के भगोने में कलछी हिलाते हुए जानकी जी ने अपनी बहू आशी से कहा तो वह छहचकित हो गयी।चेहरे पर भाव ऐसे आ गये जैसे किसी ने उसे काले पानी की सज़ा सुना … Read more

ये घर तुम्हारा भी है … – मीनाक्षी सिंह : Moral Stories in hindi

शांति जी के कंपकपाते हाथों से कांच का कप चाय छानते हुए झट से नीचे गिर गया….. बाहर गेस्ट रूम में अपनी सहेलियों संग बैठी बहुरानी मोहिनी की एक सहेली बोली…. देख तेरी सास से फिर कोई कांड किया…. ये सासे ऐसी क्यूँ होती है कि बहू बेटे के पैसों को, उनके सामान को मिट्टी … Read more

भाग्य लकीर – बालेश्वर गुप्ता : Moral Stories in hindi

 आप सबको तो बता रहे हैं, बस मुझे ही टाल रहे हैं, बताओ ना पंडित जी मैं कितना पढूंगा।         पढ़ो बेटा खूब पढ़ो,राम सब भली करेंगे।         पर आप अब भी नही बता रहे,कि मैं कितना पढूंगा?         देखो बेटा, मैं हाथ की रेखाएं देखकर ही भविष्य बताता हूँ,मैं तुम्हे उदास नही करना चाहता था,इसलिये नही बता … Read more

घमंड टूट ही गया – हेमलता गुप्ता: Moral Stories in hindi

रिद्धिमा बहुत जिद्दी और बदतमीज लड़की थी, देवी शंकर जी ने लाड प्यार में उसे इतना बिगाड़  दिया था कि वह अपने आगे किसी को कुछ नहीं समझती थी। समय उपरांत देवी शंकर जी ने उसकी शादी  बहुत ही कुलीन और संस्कारित परिवार में यह सोचकर करवा दी कि शायद वहां रहने से रिद्धिमा सुधर … Read more

परी – संगीता अग्रवाल : Moral Stories in hindi

“मालिक मुझे कुछ रुपए उधार चाहिएं!” रामू अपने गांव के सरपंच दामोदर के पास आ हाथ जोड़ कर बोला। ” अरे रामू तुझे ऐसी क्या जरूरत पड़ गई तू तो कभी उधार नहीं मांगता फिर आज ऐसा क्या हुआ ?” सरपंच ने आश्चर्य से पूछा। ” वो मालिक हमारी बिटिया है ना सलोनी वो कल … Read more

ये घर तुम्हारा भी है””आज का परिवेश” : Moral Stories in hindi

गौरी उठ जा बेटा “” समय देख”””ग्यारह पच्चीस हो गये! पापा आते ही होगें”””” मम्मी जी उठती हूं,बस पांच मिनट “”” उठ जा बेटा लोग क्या कहेंगें””” अरे””””कहने दो””” गौरी ने वापस कम्बल पैर से सिर तक खीच लिया “”” अब गार्गी क्या करे,लड्डू गोपाल को पहले भोग लगाये,या पति के भोग की तैयारी करे”””” … Read more

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