परीक्षा भवन – पूनम शर्मा : Moral Stories in Hindi

New Project 57

आज से हाॅफ-ईयरली का लिखित परीक्षा आरम्भ हो गया है। वंदना जब विद्यालय के स्टाफ रूम में पहुँची तो, उसे मोबाइल पर ड्युटी रूम को तलाशती रिया दिखी। वह मोबाइल में देखते हुए इक्जामिनेशन रूम की ओर जा रही थी, कि वह उससे टकराई। ‘साॅरी मैम, गुड माॅर्निग मैम’  के साथ माफी और अभिवादन का … Read more

आखिर अति जो उतार रखी थी – शिखा जैन : Moral Stories in Hindi

New Project 78

“ये तो होना ही था,आखिर अति जो उतार रखी थी” बड़ बड़ करती हुई मांजी अपने कमरे में चली गयी।पास ही बैठी मैं स्तब्ध थी ।सोच रही थी कि कितना फर्क होता है सोच में एक सास के मन मे बेटी और बहु के प्रति। मेरे ससुर दो भाईयो में बड़े थे। चाचा जी का … Read more

औलाद हो तो ऐसी – पूजा शर्मा  : Moral Stories in Hindi

New Project 98

मोहिनी।कल गांव से मां और पिताजी आ रहे हैं हमारे पास कुछ दिन के लिए रहने,, इस बार मैं उन दोनों को वापस गांव जाने नहीं दूंगा पूरे 2 साल में आ रहे हैं  अपने बेटे के घर हम भी केवल चार-पांच दिन के लिए ही इस बीच में घर जा पाए हैं । कह … Read more

एक परिवार ऐसा भी – नेकराम : Moral Stories in Hindi

New Project 72

शिल्पा की शादी को 2 वर्ष बीत चुके थे देखने में एकदम सुंदर सुशील और गुणवान थी अपने घर के कामकाजों से फुर्सत पाने के बाद थोड़ा बहुत साहित्य पढ़ लिया करती थी शिल्पा की एक बर्ष की बेटी राधिका जो अभी चलना सीख रही थी उसकी प्यारी सी मुस्कान से घर महक जाता था … Read more

स्वर्ग – डॉ अंजना गर्ग : Moral stories in hindi

New Project 37

“हेलो नेहा,  कैसी है ?सुनीता ने अपनी कजिन नेहा से फोन पर पूछा।      “ठीक हूं , 15 दिन से ससुराल आई हुई हूँ।” नेहा ने जवाब दिया। “क्या ? 15 दिन से, वहां जीजाजी और बच्चे कैसे मैनेज कर रहे हैं।” सुनीता ने थोड़ा परेशानी वाले अंदाज में पूछा।      ” कर रहै है । यहां  … Read more

इंद्रधनुष – मंजू सक्सेना : Moral stories in hindi

New Project 36

मेहमानों की गहमागहमी, हँसी-मज़ाक और शोरशराबे के बीच जैसे ही सुनील ने वधू वेश मे बैठी कामिनी की उँगली मे अँगूठी सरकाई कि सारा कमरा तालियों से गूँज उठा।कामिनी ने लजा कर झट धीमे से हाथ खींच लिया और पास खड़े सागर के नथुनों से एक गहरी राहत भरी साँस बाहर निकल कर फैल गई। … Read more

छोटू का घर – नेकराम : Moral stories in hindi

New Project 35

बात बचपन की है जब मैं कक्षा तीसरी में पढ़ता था हमारा स्कूल घर से 1 किलोमीटर की दूरी पर था उस दिन पिताजी ने दफ्तर से छुट्टी ले रखी थी पिताजी मुझे स्कूल छोड़ने चल दिए रास्ते में फिर मुझें सीमेंट के बने हुए बड़े-बड़े पाइप दिखाई दिए तो मैंने पापा से कहा ,,,पापा … Read more

दहेज – शुभ्रा बनर्जी: Moral stories in hindi

New Project 87

शिप्रा अपनी ननद की बेटी की शादी में आई थी।इकलौती मामी थी वह रिमझिम की।शिप्रा के बेटे से चार महीने छोटी थी रिमझिम।जन्म के बाद ननद की तबीयत खराब हो गई थी,तो शिप्रा ने अपना दूध पिलाया था उसे।सास हमेशा कहतीं”तुमने दूध पिलाया है ना,इसलिए ममता ज्यादा है।”पता नहीं ,पर सच तो यही था कि … Read more

पापा बस एक वचन चाहिए – बीना शर्मा : Moral stories in hindi

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“ना मुझे आपके पैसे चाहिए ना मुझे आपकी संपत्ति चाहिए पापा बस एक वचन चाहिएl “राजेश ने अपने पापा हिरामल से कहा दरअसल कुछ साल पहले राजेश के बड़े भाई राकेश की शादी बेहद संस्कारी और स्वाभिमानी रीना के साथ हुई थी जिसने आते ही उनके घर को स्वर्ग बना दिया था सुबह 4:00 बजे … Read more

मैं खामोश थी – नेकराम  : Moral stories in hindi

उस दिन लड़के वाले हमारे घर आए लड़के ने मुझे देखा और पसंद कर लिया मगर मैं खामोश रही किसी ने मेरी पसंद नहीं पूछी लड़के का अच्छा बिजनेस और देखने में सुंदर था दोनों परिवार वालों ने मिलकर मेरी सगाई की तारीख रख दी लड़के ने सब लोगों के सामने मेरी उंगली में अंगूठी … Read more

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