एक हसरत थी कि…. – विभा गुप्ता

Post View 245  एक लड़की होने के नाते मेरी भी एक इच्छा थी कि मुझे भी कोई छेड़े।मुझ पर नई-नई जवानी आई थी,नई इसलिए क्योंकि तब मैं स्कूल में थी और कॉलेज तक जाते-जाते जवानी बेचारी पुरानी हो जाती है।हाँ, तो मेरी सहेलियाँ जब छुट्टियों से वापस आती तो मुझे बताती कि बस में किसी … Continue reading  एक हसरत थी कि…. – विभा गुप्ता