धिक्कार है ऐसे बेटो पर – अर्चना खंडेलवाल : Moral stories in hindi

Post View 48,310 भारती जी के आंसू लगातार बह रहे थे, अस्पताल के बाहर अकेले बैठी उनकी सिसकियां रूकने का नाम नहीं ले रही थी, बूढ़ी आंखों पर लगा चश्मा भीग रहा था, जिसे उतारकर वो अपनी  साड़ी के पल्लू से बार-बार पौंछ रही थी, अंदर उनके पति कैलाश जी का ऑपरेशन चल रहा था … Continue reading धिक्कार है ऐसे बेटो पर – अर्चना खंडेलवाल : Moral stories in hindi