डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -86)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

Post View 74 “मुझे  लगता है, तुम दोनों मेरे पास खुद स्वार्थवश आए हो या फिर किसी के द्वारा अपना स्वार्थ साधने हेतु भेजे गये हो ? कारण जो भी हो इतना अवश्य है। यह हमारी भलाई के लिए ही हो रहा है। और मैं इसके लिए सदा तुम्हारा आभारी रहूंगा “ उन्होंने एक लंबी … Continue reading डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -86)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi