डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -85)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi
Post View 64 वे गमगीन दिख रहे थे। जैसे खुद से प्रलाप कर रहे हों, ” कुसुम जरूर अपनी जवानी की रुमानियत, आइडियलिज्म, उस मुसलमान लड़के जीशान के साथ मुहब्बत या जो भी कुछ है। मुझसे झूठ बोल कर उससे मिलने जाती होगी “ “और शायद एक साथ एक ही जगह रही भी होगी । … Continue reading डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -85)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi
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