डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -78)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

Post View 72 नैना बाहर निकली उसे औफिस जाने की जल्दी है। उसकी मानसिक आंखों के आगे रह-रह कर सपना की आंखों की वह विकल हाहाकारमयी छाया, हवा से फहर- फहर करते उसके लंबे काले केश सब मिलकर एक अनोखी बेचैनी भरी कंपकंपी उत्पन्न कर रही है। ये तो वो सपना नहीं है, जो मेरी … Continue reading डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -78)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi