डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -5)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

Post View 353 नैना के पिता  जिला सचिवालय में तृतीय श्रेणी के कर्मचारी थे। कानपुर की संकरी , उबड़खाबड़ और खुली नालियों वाली गली में उनका पुश्तैनी पक्के का मकान था। उनकी अपनी दो बेटियां हैं जिनमें बड़ी बेटी  १) ‌‌’ जया ‘  थोड़ी सांवली और तीखे नाक नक्शे वाली वह घर के कामकाज में … Continue reading डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -5)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi