डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -32)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

Post View 135 जया ने नैना को भरी निगाहों से देखा है। वह कितनी सयानी और समझदार दीख रही है। आजकल उसके अपने दिमाग में कुछ नहीं चलता है। मातृत्व का सुखद अहसासों वाले पक्के रंग से जो सराबोर है।  दिन- रात आंखों के सामने सिर्फ शुभ्रा की बचपने और भोली बातें चलती रहती हैं। … Continue reading डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -32)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi