डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -110)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

Post View 104 नैना ने कांपते हाथों से पत्र खोला, ” देखो तुम नाराज़ मत होना। और ना ही सोच- सोच कर परेशान होना। अब मेरे लिए घर लौटना संभव नहीं है। वहां रह कर मैं तुमलोग का सामना नहीं कर पाऊंगा।  सच्चाई तो यह है कि, मैंने ही रिशेप्शन पर बैठी स्टाफ से कह … Continue reading डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -110)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi