मनहूस नसीब – Moral Story In Hindi
“माँ ये इतना जिद कर रहे हैं तो मान जाओ ना ! तुम्हें हमारे साथ चलने में क्या दिक्कत है?”“नहीं बेटा, मैं अब अपना यह मनहूस नसीब लेकर कहीं नहीं जाऊँगी। भगवान भरोसे अपनी बची-खुची जिन्दगी यहीं गाँव में गुजार लूँगी।”पिछे से दामाद जी आकर बोले माँ जी आपने आज हमें पराया कर दिया है। … Read more