एक बार फिर (भाग 7 ) – रचना कंडवाल : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : जब कविता के साथ शेखर प्रिया के घर आया तो उसने कहा कि वो दो दिन यहीं रूकेगा उसे किसी से मिलना है। तो प्रिया बेचैन हो गई। कि ये मेरी ही बात कर रहा है अब आगे- उसने अपने आप से कहा ऐसे नहीं चलेगा ये मेरी नरमदिली का … Read more

एक बार फिर (भाग 6 ) – रचना कंडवाल : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : शेखर की हरकतों से परेशान हो कर प्रिया ने उससे बातचीत का फैसला किया अब आगे- दी के घर दो दिनों तक रह कर वह वापस आ गई। अगले दिन ऑफिस था। ऑफिस जा कर उसे तरोताजा महसूस हो रहा था। वो शेखर के बारे में बिल्कुल सोचना नहीं चाहती … Read more

एक बार फिर (भाग 5 ) – रचना कंडवाल : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi प्रिया का दिमाग शेखर के बारे में सोच सोच कर परेशान हो गया था। कल फिर उससे मिलना होगा। सोचते सोचते वो सो गई अब आगे- अगले दिन सुबह उठी सिर भारी था। ब्लैक टी बना एक बिस्किट खा कर डिस्प्रीन निगल कर वापस लेट गई। आधा घंटे बाद उठी तो … Read more

एक बार फिर (भाग 4 ) – रचना कंडवाल : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  :प्रिया अपने घर पहुंच कर लॉक खोल ही रही थी कि पीछे से आवाज आई अच्छा तो आप यहां रहती हैं?? अब आगे- आवाज सुनकर उसके प्राण सूख ग‌ए। चाभी हाथ से गिर गई। जल्दी से पीछे घूमी तो लड़खड़ा गई शेखर ने आगे बढ़कर उसे मजबूती से थाम लिया। वो … Read more

एक बार फिर (भाग 3 ) – रचना कंडवाल : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : प्रिया कविता के घर लंच पर जाती है। यहां उसकी मुलाकात उस इंसान से होती है जो उसे रास्ते में मिला था। वह कविता की मौसेरी सास का बेटा शेखर है। वापस लौटते हुए देर होने पर न चाहते हुए भी शेखर उसे छोड़ने आता है। अब आगे- आगे जाकर … Read more

एक बार फिर (भाग 2 ) – रचना कंडवाल : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : प्रिया अपनी फ्रैंड कविता से मिलने जाती है। रास्ते में एक जगह गाड़ी खड़ी करके जंगली गुलाब की झाड़ी को देखने लगती है। तभी पीछे से कोई आवाज देता है अब आगे- ऐ मैडम! बीच रास्ते में गाड़ी क्यों रोक दी। वैसे ही इतना संकरा रास्ता है। लगता है कि … Read more

एक बार फिर भाग 1 – रचना कंडवाल : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : वो मेरा पहला प्यार था। शायद आखिरी भी जिसे मैंने खुद से ज्यादा चाहा था दी। ये कहते हुए प्रिया का स्वर बुझ गया। निभा ने उसका हाथ अपने हाथ में ले लिया प्यार से उसकी ठोड़ी ऊपर उठाते हुए कहा पगली! तू इतनी खूबसूरत है। कामयाब है पहले की … Read more

हैप्पी बर्थडे दादू…..!! – लतिका श्रीवास्तव : hindi kahaniya

hindi kahaniya  : पापा पापा आज तो दादाजी का जन्मदिन है शाम को केक लेते आना फिर हम सब होटल चलेंगे आप ऑफिस से जल्दी आ जाना ….पांच वर्ष के विशू ने अपने दादाजी को हैप्पी बर्थडे बोलते हुए उन का हाथ पकड़ कर अपने पापा सुहेल से कहा तो सुहेल चिहुंक उठा.. केक ..!होटल..!!अरे … Read more

दिल की आवाज – रीटा मक्कड़ : hindi kahaniya

hindi kahaniya  : मीता अभी कुछ देर पहले ही करवा चौथ की कथा सुन कर वापिस आयी थी। भूख प्यास तो उसे व्रत में कभी महसूस नही हुई थी लेकिन इस समय जो चाय की आदत है उसकी वजह से सिर भारी हो रहा था।  साथ ही दिल और दिमाग दोनो की आपस मे खींचा … Read more

अहंकार पिघलने लगा – अर्चना कोहली ‘अर्चि : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : रीमा को अपने अंग्रेज़ी ज्ञान पर बहुत अहंकार था। इसी कारण वह किसी का भी अपमान कर देती थी। हिंदी-भाषियों के लिए उसके मन में बहुत कटुता थी। इसी कारण जब उसके देवर समीर ने हिंदी की प्रोफ़ेसर सौम्या से विवाह करने की इच्छा जताई तो घमंड से वह बोल … Read more

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