मै अपनी मम्मी के साथ रहूंगा – अर्चना खंडेलवाल  : Moral stories in hindi

“मम्मी, हम आज फिर कहां जा रहे हैं? जो आप जल्दी -जल्दी होमवर्क करने को कह रहे हो?  राहुल ने पूछा। “राहुल, आज मीना मौसी की शादी की सालगिरह है, बस हमें भी वहीं जाना है, वहां तेरे  नाना, नानी सब लोग आयेंगे, बहुत अच्छा लगेगा, खुश होते हुए  वीणा ने कहा। “क्या, मम्मी अभी … Read more

माता-पिता के चरणों में स्वर्ग है – पूजा शर्मा  : Moral stories in hindi

बेटा 2 साल हो गए तुझे देखे हुए कब आएगा आंखें तरस गई हैं परदेस जा के ऐसा बैठ गया की मां-बाप की सुध भी नहीं रही तुझे, तेरी मां भी हर समय तुझे याद किया करती है हमारा इकलौता सहारा है तू जीने का। अरे यहां दिल्ली में दो-दो मकान है हमारे । मेरी … Read more

दूरदर्शिता – निभा राजीव “निर्वी”  : Moral stories in hindi

“-अरी बहू! अगर तुम दोनों मां बेटी की गुटर गूं खत्म हो गई हो तो अब जाकर उसे स्कूल के लिए बस स्टॉप पर छोड़कर आओ…वापस आकर आगे भी कुछ काम करने हैं या नहीं। तुम्हारा आधा समय तो इसे पहुंचाने और लाने में ही बीत जाता है…. और फिर हड़बड़ी में जैसा तैसा काम … Read more

प्रेम की अनुभूति – रश्मि प्रकाश  : Moral stories in hindi

“केशवी सुन तो बेटा किधर भागी जा रही है… तेरे दोस्त आते ही होंगे…अच्छे से तेल लगा लेना नहीं तो रंग छुड़ाते वक्त रोने लगेगी ।”कला अपनी बेटी को घर से बाहर जाते देख कर जोर से बोली “ आती हूँ माँ पहले अपने कान्हा के साथ होली तो खेल आऊँ नहीं तो वो ग़ुस्सा … Read more

कुछ बड़े ऐसे भी होते है … – मीनाक्षी सिंह : Moral stories in hindi

क्या पापा… सुबह सुबह खटर पटर की आवाज लगा रखी है स्टोर  रूम में..??? रात के चार बज रहे है ….. सबकी नींद खराब कर दी….. कर क्या कर रहे है आप यहां ?? बतायेंगे…. ?? झल्लाता हुआ बेटा राजीव अपने पिता कैलाशजी से बोला….. जिनकी उमर यही कोई 75 वर्ष के आस पास रही … Read more

साथ की जरूरत…रश्मि झा मिश्रा : Moral stories in hindi

बच्चे दरवाजे पर आज तीन दिनों से… सुबह शाम नजर गड़ाए हुए थे…कब आएंगे अंकल… गोलू बोला… “लगता है आज भी नहीं आएंगे अंकल…!” ” नहीं ऐसा मत बोलो… अंकल जरूर आएंगे…! गुड़िया बोल पड़ी…  अचानक से एक बच्चा चीखा…” वह देखो अंकल की कार…!”  सारे बच्चे उधर ही दौड़े… हां यह तो अंकल की … Read more

जब जागो तभी सवेरा – निभा राजीव “निर्वी” : Moral stories in hindi

सत्रह वर्षीया रिया ने पुलक कर स्मिता के गले में बाहें डालकर कहा,”- पता है दीदी… आप मेरे साथ मेरे कमरे में रहोगी। माँ ने आपके रहने का प्रबंध मेरे ही कमरे में करवाया है। कितना मजा आएगा ना। हम दोनों देर रात तक खूब सारी बातें करेंगे!”                   उसकी मासूमियत पर मुस्कुरा पड़ी स्मिता और … Read more

ऐसी थी दादी अम्मा – शिव कुमारी शुक्ला : Moral stories in hindi

अरे मनीषा इन कमजलीयों के  लिए क्या जरुरत थी नये कपडे लाने की पुराने ही धोकर  पहना देती। मेरे राजा बेटे के लिए एक ही जोडी लाई उसके एक-दो जोडी और ले आती।  यह सुनकर मनीषा जी का मन आहत हो गया। दीवाली जैसे त्यौहार पर भी कोई अपने बच्चों को कोसता है क्या । … Read more

गुनाह – बीना शर्मा: Moral stories in hindi

सरला बार-बार घड़ी की तरफ देख रही थी उसके पति के खाने का टाइम हो गया था परंतु ,फिर भी अपनी बहू मधु की वजह से सरला का रसोई में जाने को मन नहीं कर रहा था वह जब भी अपने बीमार पति के लिए रसोई में खाना बनाने जाती तो मधु उसे देख कर … Read more

मां की सीख – एक बेटी को : Moral stories in hindi

संजय जी की कोठी  रोशनी में नहाई जगमगा रही थी। कोठी से लेकर लान तक रोशनी की सजावट की गई थी। आज उनके बेटे शैलेश की शादी का रिसेप्शन  जो था। मेहमानों की आवाजाही लगी थी। चूंकि संजय जी अच्छी बड़ी पोस्ट पर कार्यरत थे सो कुछ संभ्रांत व्यक्ति भी वहां उपस्थित थे। स्टेज पर … Read more

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