कहां मर गई…? – रोनिता कुंडु : Moral Stories in Hindi

अरे बहू… कहां मर गई..? कब से चाय के लिए चिल्ला रही हूं… देती क्यों नहीं..? सुलोचना जी ने अपनी बहू राधिका से कहा…  राधिका:   मम्मी जी..! इनका नाश्ता बना रही हूं… यह हो जाए फिर बनाती हूं आपकी चाय, वरना इनको देर हो जाएगी  सुलोचना जी:   हां सुबह देर से जागेगी, तो … Read more

खुशियों का असली चेहरा – पूनम बगाई : Moral Stories in Hindi

मीनाक्षी आज फिर अपने ससुराल की चौखट पर खड़ी थी, हाथों में पूजा की थाली और मन में असंख्य सवाल। वह हर सुबह की तरह भगवान से प्रार्थना करती—अपनी खुशियों और परिवार की सलामती के लिए। उसके जीवन में धन-दौलत, दिखावा और सबकुछ था, जो एक आदर्श गृहस्थी के लिए जरूरी समझा जाता है। परंतु … Read more

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