जीवन की वास्तविकता – गीता वाधवानी : Moral Stories in Hindi
कौशल्या देवी ने पति के गुजर जाने के बाद बड़ी कठिनाइयों से अपने बेटे नरेश को पढ़ा-लिखा कर बड़ा किया था। बेचारी पढ़ी लिखी तो थी नहीं, जो उसे कोई नौकरी देता।उसे झाड़ू पोछा, बर्तन कटका का ही काम मिला। खुद अनपढ़ थी पर बेटे को पढ़ाना चाहती थी। कई बार सोच कर रो पड़ती … Read more