सिन्दूर – पुष्पा पाण्डेय : Moral Stories in Hindi

दसवीं की परीक्षा पास करने के बाद मंजू ने शहर जाकर आगे की पढ़ाई करने के लिए अपने बाबुजी से कहा। ” बाबुजी, मैं प्रतिमा की तरह छात्रावास में रहकर पढूँगी।” प्रतिमा दूसरे गाँव की श्रीवास्तव परिवार की बेटी थी। ” अरे बेटा, उन लोगों की बात अलग है।…” इतना ही बोल पाये कि दादी … Read more

सिंदूर – करुणा मलिक : Moral Stories in Hindi

वृंदा, कल समय पर तैयार हो लेना , मानव का रिश्ता तय हो गया और बहू को अंगूठी पहनाने चलना है तुम्हें और बुआ जी को हमारे साथ । भाभी, मम्मी जी को कह दूँगी, अभी तो वो मंदिर गई है पर माफ़  करना , मैं नहीं जा पाऊँगी ….. क्यों….. नहीं-नहीं चलना है । … Read more

बोझ – आराधना सेन : Moral Stories in Hindi

जब सिन्दूर पडेगा ना मेरी बिटिया के माथे पर तो कितना चेहरा मे रौनक आयेगी यह तुम्हे नही पता, बेकार मे चिंता करती हैं वह लोग भी अच्छे नही थी देखना उससे भी अच्छे रिश्ते आयेंगे दादी न जाने कितनी ही बाते बडबडा रही थी माँ चूल्हे मे रोटियाँ सेंक रही थी जो कभी जल … Read more

सिंदूर – पूजा मिश्रा : Moral Stories in Hindi

आज फिर गंवार की तरह मांग भर सिंदूर लगा कर चल दी ,कितनी बार कहा है मुझे तुम्हारा इस तरह तैयार होना अच्छा नहीं लगता ।  अरे प्रवेश सुहागिन को सिंदूर लगाना चाहिए इसीलिए लगाती हूं  अच्छा अगर नही लगाओगी तो सुहागन नही हो ,तुम मेरी पत्नी हो ये सब जानते है पर इस तरह … Read more

सिंदूर हो रहा दूर – रोनिता : Moral Stories in Hindi

क्या बात है? कुछ दिनों से देख रहा हूं बड़ी बदली बदली सी दिख रही हो? अमर ने अपनी पत्नी मनीषा से कहा  मनीषा:  अच्छा आपको अपने काम के अलावा कुछ और भी दिख गया? पर यह अजूबा कैसे हो गया? अमर:  क्या मतलब? काम पर ध्यान नहीं दूंगा तो यह घर कैसे चलेगा? तुम … Read more

अप्रत्याशित प्रश्न और उत्तर – बालेश्वर गुप्ता : Moral Stories in Hindi

      मम्मी-मम्मी, एक बात तो बताओ जब मेरे पापा है ही नही तो आप सिंदूर क्यो लगाती हो?दादू नही रहे तो दादी सिंदूर कहाँ लगाती हैं, पड़ौसी काका पिछले महीने ही स्वर्ग सिधारे हैं तो काकी ने सिंदूर लगाना बंद कर दिया पर मम्मी,मैंने तो पापा को देखा तक नही,उससे पहले ही वे चले गये तो … Read more

सिन्दूर की कीमत – संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

” हेल्लो जी मेरा नाम निशा है मैं आपके पड़ोस मे ही रहती हूँ !” नई नई उस कॉलोनी मे आई आभा से एक औरत बोली। ” जी हेल्लो बहुत अच्छा लगा आपसे मिलकर !” दरवाजे पर खड़ी आभा मुस्कुरा कर बोली। ” आपके घर मे कौन कौन है ?” निशा ने सवाल किया। ” … Read more

सेम टू यू… पतिदेव –   हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

मां… कल अपने यहां करवा चौथ पर सरगी में क्या-क्या बनेगा और हां मां मुझे सुबह जल्दी उठा देना मुझे जल्दी उठने की आदत नहीं है ना, कल सुबह-सुबह ही खाने की बहुत सारी तैयारी करनी होगी ना, पंजाबी परिवार की सिमरन जो अभी 5 महीने पहले ही इस घर में बहु बनकर आई थी … Read more

सिंदूर – रंजीता पाण्डेय : Moral Stories in Hindi

मैं दिल्ली में रहने वाली लड़की थी | मेरी पढ़ाई लिखाई सब दिल्ली से ही हुई | मैं एक छोटी सी कंपनी में जॉब भी करने लगी थी | जॉब मिलने के बाद मानो मैं हवा में उड़ने लगी | मेरी उम्र २५ की हो गई थी | घर वाले शादी देखने लगे | शादी … Read more

डोंट जज ए बुक बाय इट्स कवर! – प्रियंका सक्सेना : Moral Stories in Hindi

“आ गई दिव्या, चलो हाथ मुंह धोकर डाइनिंग रूम में आ जाओ।‌ चाय के साथ आलू प्याज के पकौड़े बनाएं हैं।” सुरेखा ने बेटी से कहा “वाह पकौड़े बनाएं हैं आपने! बस मैं पांच मिनट में आई।” कहकर दिव्या अपने रूम में चली गई। झटपट हाथ मुंह धोकर कपड़े बदलकर वह नीचे पहुंची। “मम्मी, आपके … Read more

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