शक की बीज (भाग 2)- कामिनी मिश्रा कनक  : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : अदिति – जी मैम यही कारण भी था , परंतु मुझे क्या पता कि मेरे पिता के मन में शक की बीज पनप चुकी थी । विक्रम को मेरे कमरे से निकलते हुए देखकर , मेरे पिता ने मन घरण कहानी अपने अंदर गहन लिए थे । मैम- ओहो….. तुम्हारी … Read more

शक की बीज (भाग 1) – कामिनी मिश्रा कनक  : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : आज काफी सालों बाद अदिति से मिलकर मन उदास सा हो गया , जिस अदिति को मैं जानती थी क्या वह अदिति यही है । नही , नही वह आदिति तो बहुत टैलेंटेड और स्मार्ट थी । आज जब मैं ट्रेन के फर्स्ट ऐ.सी. के डिब्बे  से उतर कर प्लेटफार्म … Read more

पहले क्यों नहीं बताया (भाग 1) – रश्मि प्रकाश  : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : मोबाइल पर रिंग होते अनुज जल्दी से मोबाइल लेकर बालकनी में जाकर धीरे-धीरे बातें करने लगा। लगभग महीने भर से ये सिलसिला चल रहा था… पत्नी मनस्वी ये सब देख कर अनुज पर अब शक करने लगी थी… बहुत बार वो कोशिश करती देखे तो सही किसका फ़ोन आ रहा … Read more

पहले क्यों नहीं बताया (भाग 2) – रश्मि प्रकाश  : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : “ तभी फिर से अनुज के मोबाइल पर उसी नम्बर से फ़ोन आया… अनुज जल्दी से कमरे से निकल कर बात करने लगा…तभी मनस्वी उठकर उसके पीछे पीछे गई और फोन छिन कर बोली ,” कौन हो तुम … मेरे पति से ऐसे चोरी छिपे बात क्यों करती हो… पता … Read more

पुनर्मिलन (भाग 2) – डॉ. पारुल अग्रवाल : Moral stories in hindi

moral stories in hindi : ये सब उसका दिल दुखा जाता। जब पानी सर से ऊपर जाने लगा तब उसने अपने पति से इस बारें में बात की। पति से भी बात उसने बहुत संभलकर की क्योंकि कोई भी बेटा अपनी मां के खिलाफ़ कुछ नहीं सुन सकता। जब उसने अपनी समस्या पति के सामने … Read more

पुनर्मिलन (भाग 1) – डॉ. पारुल अग्रवाल : Moral stories in hindi

moral stories in hindi : आज सिया ऑफिस से घर पहुंची ही थी तो देखा उसके पतिदेव निशांत उसके आने से पहले ही घर आ चुके थे। हमेशा तो वो उसके आने के बाद ही घर आते थे। सिया को निशांत के घर पर देखकर बहुत अच्छा लगा पर उसके चेहरे पर परेशानी के भाव … Read more

शक से रिश्ते बिगड़ जाते हैं (भाग 3) – अर्चना खंडेलवाल  : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : पार्क में वंदना रितेश से बोली,” रितेश हम दोनों के रिशते में गलतफहमियां और शक आ गया है, ना तुम बदले ना ही मै बदली हूं, पर हमारे हालात बदल गये है। ये वो ही ऑफिस है, वो ही काम-काज है, वो ही मै और तुम है, बस अब रिशते … Read more

शक से रिश्ते बिगड़ जाते हैं – अर्चना खंडेलवाल  : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : तभी भारती जी की आवाज आती है,” अरे! बहू खाने की तैयारी कर लें, मेरा बेटा आने वाला है,” तू तो रोज आकर पसर जाती है, फिर खाना बनाने में देरी हो जाती है, और य पैरो में दर्द क झूठा बहाना मत बनाना, तेरी तो रोज की ही आदत … Read more

शक से रिश्ते बिगड़ जाते हैं (भाग 1) – अर्चना खंडेलवाल  : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : “ये तुम्हारी शक करने की आदत कब जायेगी? तुम्हें तो हर बात पर ही शक करना है और मेरा समझाना ही बेकार है, मै क्यूं पत्थर से सिर फोड़ रही हूं और वंदना दनदनाती हुई कमरे से बाहर निकल गई, बाहर बॉलकोनी में जाकर आंसू बहाने लगी, पर उसके आंसूओं … Read more

पुनर्मिलन – डॉ. पारुल अग्रवाल : Moral stories in hindi

moral stories in hindi : आज सिया ऑफिस से घर पहुंची ही थी तो देखा उसके पतिदेव निशांत उसके आने से पहले ही घर आ चुके थे। हमेशा तो वो उसके आने के बाद ही घर आते थे। सिया को निशांत के घर पर देखकर बहुत अच्छा लगा पर उसके चेहरे पर परेशानी के भाव … Read more

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