लौट आओ अपराजिता (अंतिम भाग ) – डॉ. पारुल अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

अब तक आपने पढ़ा कि कैसे कार्तिक के जाने के बाद अपराजिता सब कुछ भुलाकर अपने प्रशासनिक सेवा की परीक्षा में जुट जाती है और प्रथम बार में ही सफल भी हो जाती है। सफल होने के बाद वो अपने सास ससुर की दशा देखकर कार्तिक को कहीं ना कहीं से ढूंढ निकालने का वादा … Read more

लौट आओ अपराजिता (भाग 3) – डॉ. पारुल अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

दूसरे भाग में आपने पढ़ा कैसे मध्यमवर्गीय परिवार की सुंदर और संस्कारी अपराजिता अमीर घराने के बिगड़े बेटे कार्तिक की पत्नी बन जाती है। अब आगे…. अभी तक सब कुछ देखने में बहुत सुंदर लग रहा था। मनोहर लाल जी बहुत प्रसन्न थे। कार्तिक और अपराजिता की सुंदर जोड़ी पूरे खानदान में ही नहीं शहर … Read more

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