मेरा चॉंद* – *नम्रता सरन “सोना”

हॉस्पिटल की बालकनी में भुवनजी बेसब्री से चक्कर काट रहे थे, बार बार आसमान को ताकते हुए उनकी आंखों की कोर से आंसुओं की बूंदें टपक जाती थी, जिन्हें वो सबसे नज़र बचाकर आस्तीन से पोंछ देते थे। “मि. चोपड़ा, अंदर चलिए, आपकी वाइफ की कंडीशन लगातार बिगड़ रही है” अचानक नर्स ने आकर कहा। … Read more

माँ का मान – वीणा

बेटे बहु की शादी की दूसरी सालगिरह थी ,बड़े इसरार से उन्होंने मनोहर और सावित्री जी को दिल्ली आने को कहा था..कहा क्या , राजधानी एक्सप्रेस के दूसरे दरजे की टिकट करवा उनके मोबाईल पर भेज दिया था ताकि आने में वे आनाकानी न कर सकें । मनोहर जी तो सरकारी सेवा से रिटायर हो … Read more

राज – सुधा शर्मा

मम्मी आज सब्जी बहुत अच्छी बनी है। अच्छा… और ले लो। गौरी ने राजन को और सब्जी देने के लिए हाथ बढ़ाया ही था.. कि पड़ोस से आते हुये शोर ने उसके हाथ कुछ सेकंड के लिए थाम लिये। क्या हुआ हमेशा शांत रहने वाले यादव जी के घर में यह शोर कैसा?वह मन ही … Read more

स्वाद – कमलेश राणा

मम्मी आज फिर पोहा बना दिया,,,सैंडविच कितने दिनों से नहीं बनाये आपने,,, बहू मेरा दलिया बन गया क्या,,, अभी लाई मां जी,, क्षिप्रा, जरा अखब़ार और चश्मा तो देना मेरा,, जी ,बाबूजी,, क्षिप्रा,मेरा टिफ़िन तैयार हो गया क्या,, सुबह से सांस लेने की फुर्सत नहीं,,चकरघिन्नी हुई जा रही है,,,जरा भी वक़्त नहीं मिलता अपने लिए … Read more

सपनें – Inspiring Story In Hindi 

“दादी माँ! अपनी पसंद बताओ ना, क्या खाओगी” मेरी बहू की बहू ने मेनू कार्ड मेरी तरफ कर पूछा तो आँखें छलक आईं जब अपने बाउजी के घर में थी तो चारदीवारी ही मेरी दुनिया थी। सिर्फ मेरी ही नहीं! मेरी माँ, भाभी,चाची और दादी की भी। स्कूल सिर्फ सातवीं तक गई वो भी बड़े … Read more

अंधे रिश्ते” – सुधा जैन

सौम्या कारपोरेट सेक्टर में काम करती है ।बहुत ही प्रतिभाशाली है। एक वर्ष पूर्व ही उसने अपने साथी नीरज से शादी की है ,और अपनी नई गृहस्थी का आनंद ले रही है ।उसी के ऑफिस में प्रमोशन लेकर राहुल आए हैं। राहुल ने सौम्या की प्रतिभा को पहचान कर उसे अपने प्रोजेक्ट में लिया है … Read more

दहलीज के भीतर – कंचन श्रीवास्तव

रोज की किच किच लड़ाई झगड़े से तंग आकर रेखा ने आज घर छोड़ने का फैसला कर ही लिया,फिर क्या था कुछ भी साथ न लिया बस तन पर जो कपड़े पहने थे वहीं शायद रवि के कमाई के थे।यहां तक की कान नाक और पैर में पहनी पायल को भी उतार के ड्रेसिंग टेबल … Read more

बड़ी बहू, बड़े भाग – नीरजा कृष्णा

आज बहुत दिनों के बाद उनको खूब खिलखिलाकर हँसते देख कर दिल बाग बाग हो गया। वो अपनी आत्मीया मित्र  से फ़ोन पर बहुत मगन होकर बात कर रही थीं।  हमारी ये  दीदी पीहर में भी सबसे बड़ी हैं और अपनी ससुराल में भी।   उम्र में तो बड़ी थी हीं, हर चीज़ में भी … Read more

सोने की चूड़ियाँ – रश्मि स्थापक

” सोनल … बस मैं जो दे रही हूँ उसे चुपचाप रख लेना।” कहते हुए रजनी ने अपनी ननद सोनल को सुंदर डिब्बी में रखी चमचमाती हुई अपनी सासू माँ की सबसे फेवरेट सोने की चेन  थमा दी। ” अरे!यह क्या कर रही हैं आप?” कहते हुए सोनल ने पलंग पर लेटी हुई अपनी माँ … Read more

श्रवण कुमार – अनुज सारस्वत

“बेटा तीन साल हो गये कब आयेगा तू घर अपने मेजर से बोल ना छुट्टी के लिये “ सुखबीर की माँ ने फोन पर अपने पैरामिलिटरी फोर्स में भर्ती बेटे से कहा “माँ आ जाऊंगा अभी मेरी ड्यूटी हरिद्वार महाकुंभ में लगी है एक महीने के लिए “ कुंभ का नाम सुनते ही माँ की … Read more

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