* पवित्र भावना का प्रतिफल * – पुष्पा जोशी : Moral Stories in Hindi

नन्हीं सुरेखा  के मन में यह प्रश्न उठता था कि,  “राधा माँ उसमें और सुमन में भेदभाव क्यों करती है? मेरी माँ मुझे छोड़कर भगवान के घर चली गई उसमें मेरा तो कोई दोष नहीं है।” सुरेश जी ने दूसरी शादी की तो सुरेखा को लगा कि उसे माँ मिल जाएगी। सुरेखा ने अपनी माँ … Read more

एक आँख से देखना – रीतू गुप्ता : Moral Stories in Hindi

राधा और मोहन के दो बेटियाँ थी। एक सावी जो कि बहुत सुन्दर थी और दूसरी साँझी। पर साँझी जन्म से ही अपाहिज थी। उसका एक पैर टेढ़ा था। वो लंगड़ा कर चलती थी और सांवली भी थी,जिस कारण मोहन उसे कहीं बाहर लेके जाना पसंद नहीं करता था और हर बार सावी से तुलना … Read more

“एक आँख से देखना” – सरोज माहेश्वरी : Moral Stories in Hindi

 एक गैरसरकारी स्कूल के मखमली घास के खेल प्रागंण में फुटबॉल मैच चल रहा था। हर खिलाड़ी अपना शत प्रतिशत देना चाह रहा था क्योंकि आज गोवा फुटबॉल फेस्टिवल के लिए प्रतिभागियों को चुना जाना था।  श्रेष्ठ खिलाड़ी गोपाल और माधव ने आज भी अपनी काबिलियत के झंडे गाड़ दिए थे … उन दोनों का … Read more

अटूट बंधन – स्नेह ज्योति : Moral Stories in Hindi

जल्दी करो बारात आती होगी जयचंद जी बौखलाए हुए इधर – उधर घूम रहें थें ।आज उनकी इकलौती बेटी की शादी है वो कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते थे । माथे से पसीना पोंछते हुए दरवाज़े पे निहारते हुए कश्मकश में खोए एक बाप की जिम्मेदारी निभा रहे थे । एक माँ- बाप के लिए … Read more

मुझे कोई मलाल नहीं… – रश्मि प्रकाश : Moral Stories in Hindi

“माँ जल्दी से अस्पताल आ जाओ… दादी की तबियत बहुत ख़राब है… वो बार बार तुम्हें याद कर रही है ।”वंशिका ने जैसे ही फ़ोन पर येकहा मानसी  जल्दी से अपना मोबाइल और बैग हाथ में लेकर वंशिका के अस्पताल की ओर भागी अस्पताल के बिस्तर पर मनोरमा जी असहाय नज़र आ रही थी… क्षमा … Read more

बच्चों में भेद कैसा – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

 किट्टू स्कूल से चहकती हुई आकर पापा के गले से लिपट गई, और खुशी से चिल्लाते हुए बोली…. पापा मम्मी .. अगले हफ्ते हमारी क्लास एडवेंचर ट्रिप पर जाएगी, और एक रात वही स्टे होगा! वाऊ…कितना मजा आएगा!.. आई एम सो एक्साइटेड..!पिछली बार जब भैया इस ट्रिप पर गया था तो उन्हें कितना मजा आया … Read more

एक आंख से देखना – रेखा जैन : Moral Stories in Hindi

आज कीर्ति जी के बेटे की शादी का लेडीज संगीत है।  कीर्ति जी की सोसायटी की उनकी सारी सखियां खूब नाच गा रही थी।  उनकी सोसायटी में ज्यादातर लोग कम पढ़े लिखे और अनुसूचित जाति से थे। उनकी नाचने वाली सखियों में एक सखी वर्षा जो कि काफी पढ़ी लिखी कॉलेज में प्रोफेसर है और … Read more

एक आँख से देखना – के कामेश्वरी : Moral Stories in Hindi

सुहानी कहाँ चली गई है बेटा इधर तो आ सासु माँ ने बड़े ही प्यार से अपनी छोटी बहू सुहानी को पुकारा ।  सुहानी ने रसोई से आवाज़ दी माँ मैं रसोई में दीदी की मदद कर रही हूँ ।  सासु माँ ने ज़ब्त फिर से पुकारा तो वह रसोई से आकर कहती है बोलिए … Read more

दिल का रिश्ता – सोनल मंजू श्री ओमर : Moral stories in hindi

 Moral stories in hindi : प्रिया और रानी दोनों पक्की सहेलियाँ है। दोनों एक ही स्कूल एक ही क्लास में हैं और दोनों का घर भी आस-पास है, जिसकारण स्कूल के साथ-साथ बाकी का भी अधिकतर समय दोनों का एक साथ ही गुजरता है।         रानी और प्रिया एक ऐसे समाज मे रहती है, जो पुरूष … Read more

जैसा करोगे वैसा भरोगे – रश्मि प्रकाश : Moral Stories in Hindi

अपने पैंसठवे जन्मदिन पर सुभद्रा जी उस शहर के एक वृद्धाश्रम में जाकर कुछ कपड़े और मिठाई बाँटना चाहती थी…  उन्होंने जब अपने बेटे से कहा तो वो बोला ,“ माँ नई जगह पर आप ये सब करने को कह रही हो मैं तो खुद यहाँ दो महीने पहले आया हूँपता कर बताता हूँ फिर … Read more

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