परिचय – रचना गुलाटी : Moral Stories in Hindi

हर माता-पिता की दिली तमन्ना होती है कि उसके बच्चे हमेशा सुखी रहें। इसलिए वे उन्हें छोटी छोटी बातों में गच्चा दे जाते हैं। मालती भी यही चाहती थी कि उसकी बेटी पढ़-लिख कर अफ़सर बन जाए, इसलिए वह उसे गच्चा दे रही थी कि वह एक स्कूल में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करती है … Read more

सही फ़ैसला – रचना गुलाटी : Moral Stories in Hindi

एकल परिवार में रहने वाली मीना की शादी एक संयुक्त परिवार में हुई जहाँ उसके एक जेठ, एक देवर, जेठानी व उसका दो साल का प्यारा सा बेटा यश है। मीना के सास, ससुर व पति बहुत अच्छे स्वभाव के हैं। जेठानी भी उससे बहुत स्नेह करती है। देवर तो भाभी-भाभी कहते हुए आगे-पीछे घूमता … Read more

गच्चा खाना – सरोज माहेश्वरी : Moral Stories in Hindi

आओ दीदी! आपके पैर में तेल लगा दूँ.. हाँ शांता! अच्छे से मालिश कर दे। मेरे पैर बहुत दुःख़ रहे हैं.. तेल लगाकर कपड़े मशीन में डाल देऩा और कल के कपड़े प्रेस करके रख देना। रीमा मैडम ने शांता बाई को झाडू पोंछे को लिए रखा था.. पर ऐसे छोटे मोटे काम रीमा कोई … Read more

*पिता से छल* – पुष्पा जोशी : Moral Stories in Hindi

 रामदीन और केशव पक्के दोस्त थे। ये बचपन के दोस्त आज लगभग ७० की उम्र के हो गए थे। दोनों खेती किसानी करते और अपने परिवार का भरण पोषण करते। समय आने पर एक दूसरे की मदद करते। दोनों का जीवन एक दूसरे के लिए एक खुली किताब की तरह था। कोई छल बंद नहीं। … Read more

औकात भूलना – प्राची लेखिका : Moral Stories in Hindi

शहर की धनाड्य महिलाओं में शामिल लक्ष्मी जी के इकलौते बेटे मेहुल का विवाह है। डेस्टिनेशन वेडिंग हो रही है। सारे कार्यक्रमों के लिए रिसोर्ट बुक हो चुके हैं। अमीर रिश्तेदारों को न्यौते भेजे जा चुके हैं। आम मिलने झुलने वाले और साधारण रिश्तेदारों के लिए अपने ही शहर में एक साधारण भोज का इंतजाम … Read more

धोखा… अपने ही देते है धोखा….ग़ैरों में कहाँ दम है! – संध्या सिन्हा : Moral Stories in Hindi

” चाचा उस प्लाट के पेपर होंगे आपके पास, दे दीजिए प्लीज़ हमें।” ” कौन से पेपर और कौन सा प्लाट???” ” अरे! वही प्लाट और पेपर, जो पापा ने आपके कहने पर ख़रीदा था।” ” अरे! वह तो’ भू-माफ़ियों के क़ब्ज़े में है।” ” कैसे और कब ???चाचा आपने बताया नहीं कभी।” “ क्या … Read more

* एक ठोकर * – पुष्पा जोशी : Moral Stories in Hindi

   पूनम बहुत ही सुन्दर और समझदार लड़की थी, संकोची स्वभाव की, बहुत कम बोलती थी। उसके पिता का एक रोड़ एक्सीडेंट में निधन हो गया था, और माँ बसंती कुछ घरों में झाड़ू, पौछा और बरतन का काम करती और अपनी बेटी को पढ़ा रही थी। वह सेठ धनीराम के यहाँ भी काम करती थी … Read more

सपनों का सौदागर – किरण केशरे : Moral Stories in Hindi

नही कुणाल तुम मेरे घर मत आया करो, तुम्हें अगर नोट्स चाहिए तो रोज क्लास अटेंड करो; मौली ने सपाट संयत स्वर में कुणाल से कहा दोनो केंटीन मे बैठे थे ; अरे इतना क्यों घबराती हो यार कह देना क्लास फ्रेण्ड है नोट्स लेने आता है, कुणाल ने मौली को कहा और मुस्कुराने लगा … Read more

ऑनलाइन ठगी का शिकार होने से बचें। – प्राची_लेखिका : Moral Stories in Hindi

शिल्पी बच्चों की कपड़ों की अलमारी करीने से लगाने की कोशिश करती है लेकिन हाल वही ‘ढाक के तीन पात’। बच्चे रात दिन ऑनलाइन शॉपिंग करते। सभी अलमारियों में कपड़े ठुसे रहते। जहां देखो वहां कपड़ों का ढेर लगा रहता। जूते चप्पल, गैजेट्स चारों तरफ बिखरे पड़े रहते। उसका तो सारे दिन पार्सल लेने का … Read more

होश आ गया – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

 रीना… आज रात 11:00 बजे तुम अपना बैग जमा कर तैयार रखना और सीधे होटल आयत में पहुंचना, मैं तुम्हारा वही इंतजार करूंगा! उसके बाद हम दोनों यहां से बहुत दूर एक ऐसी दुनिया में चले जाएंगे जहां कोई हमें नहीं पहचानेगा!  हमसे कोई सवाल करेगा! हमारी खुद की अपनी प्यारी सी दुनिया होगी! बस … Read more

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