गलती – डाॅ उर्मिला सिन्हा : Moral Stories in Hindi

 आज गौरा का चित बड़ी चंचल था। खुशी दबाये न दब रही थी। “क्या बात है भाभी… कोई कारु का खजाना हाथ लग गया क्या? बड़ी चहक रही हो! “   “ऐसा ही समझ लो”गौरा  तेजी से निकल गई। वह जानती थी इन जलकुकडो़ को मन की बात बताना मतलब अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मारना। बेटे … Read more

आखिर जलन क्यों? – प्राची अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

रिया खुशी से चिल्लाते हुए घर में घुसी। मम्मी-मम्मी, “मेरे इंटर मीडिएट की परीक्षा में 98% मार्क्स आए हैं। मम्मी अब मैं मेडिकल की तैयारी करूंगी। मुझे नीट की परीक्षा क्लियर करनी हैं।” मम्मी सुनते ही खुश होकर बोली,”भगवान का बहुत-बहुत धन्यवाद। पर बेटा इसके लिए तो तुझे कोचिंग करनी पड़ेगी। यहाँ तो साधन भी … Read more

मित्रता – पुष्पा जोशी : Moral Stories in Hindi

 ‘आप चिन्ता न करें आण्टी जी, मैं माला को कुछ नहीं होने दूॅंगी। आप हिम्मत रखिये सब ठीक होगा। कल उसका आपरेशन है, मैं ही करूँगी, मैंने उसके सारे टेस्ट करवा लिए है। सारा इन्तजाम भी कर लिया है।’ ‘पर बेटा माला के बापू को आने में वक्त लगेगा वे कल रात तक आ पाऐंगे। … Read more

कर्ज़ नहीं, फ़र्ज है – विभा गुप्ता : Moral Stories in Hindi

  ” इसमें बड़ी बात क्या है मामाजी!… मैं तो उनका बेटा हूँ…पाल-पोसकर बड़ा किया तो इसमें अपनों का एहसान कैसा? ये तो उनका फ़र्ज़ था जो उन्होंने किया।” नितिन ने लापरवाही से कहा।   मामाजी बोले,” पर बेटा….।” द्वारिकानाथ जी ने उनके कंधे पर हाथ रखकर धीरे-से थपथपाया जैसे कह रहें हों, रहने दो…कहने से कोई … Read more

गरम होना – निशा जैन : Moral Stories in Hindi

सुनिए जी आपका ये बात बात पर गरम होने के स्वभाव की वजह से बच्चे आपसे कहीं दूरियां न बढ़ा ले.. कामिनी ने अपने पति सुबोध से कहा जो रोज ऑफिस से आते ही खेल कूद कर रहे , हल्ला गुल्ला कर रहे बच्चों को झिड़क देता ये कहकर कि तुम लोग शांत नही रह … Read more

गरम होना – संगीता श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

 “तू स्कूल क्यों नहीं आया? मैं स्कूल के फाटक पर तुम्हारा इंतजार करता रहा। दो दिनों बाद पेपर है और तुम घर पर हो। क्या बात है? बताओ तो सही!”नवीन छुट्टी के बाद अपने दोस्त रतन के घर पहुंचा। “हां यार! इस बार मुझे परीक्षा देने का मन नहीं”रतन ने कहा। यह कैसी मजाक वाली … Read more

सन्नाटा – रश्मि प्रकाश : Moral Stories in Hindi

“आज माँ के कमरे में जाने का जरा भी मन नहीं कर रहा था… उसको गए अभी सप्ताह भर ना हुआ था और हम दोनों भाई बहन को एहसास हो रहा था….. माँ का होना और ना होना क्या होता है…आज कमरे में चारों तरफ़ सन्नाटा पसरा हुआ था….ये सन्नाटा भी हमने ही तो चाहा … Read more

तू अच्छी सास बनकर दिखा। – अर्चना खंडेलवाल : Moral Stories in Hindi

अरे! क्या हुआ? बहू पर इतना गरम क्यों हो रही है? जब देखो तेरा तो दिमाग ही चढ़ा रहता है, अपने स्वभाव में नरमाई ला, पर तू तो मेरी कभी सुनती ही नहीं है, सास बन गई पर बहू को ढ़ंग से रखने की तुझमें अभी तक भी अक्ल नहीं आई, प्यार और दुलार से … Read more

कैसी मां हो तुम – शुभ्रा बैनर्जी : Moral Stories in Hindi

शनिवार के साप्ताहिक बाजार से सरिता अपनी सास की मनमसंद सब्जियां खरीद लाई थी।क्रिसमस की इस बार लंबी छुट्टी पड़ी थी।सासू मां की खुराक बहुत ही कम थी,जीभ पर भी लगाम लगा कर रखतीं थीं वह।रोज़ तो सरिता सुबह बनाकर जाती थी और काम वाली दीदी समय पर गर्म करके जतन से देती थी। सरिता … Read more

मां की साड़ी!! – पूर्णिमा सोनी : Moral Stories in Hindi

मां बहुत ही ग्रेसफुल तरीके से साड़ी पहना करती  थी। उनके गरिमामई व्यक्तित्व की चर्चा सभी ओर थी  मुझे याद नहीं कभी जल्दबाजी में भी वो अच्छे से तैयार ना हुई हों।   बालों का जूड़ा बना कर, साड़ी को सलीके  से पिनअप करके , हाथ में घड़ी लगा कर, जिससे वो अपने काम  करें, विशेष … Read more

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