!! मै नही चाहती !! – रीमा महेंद्र ठाकुर : Moral Stories in Hindi

सखियों तुम सबको आना है ,आज मेरी ,बेटी कलिन्दी  की सगाई है,कोई भी मना मत करना “”” आना  ,सभी मांसी मां को आना है,,,मोबाइल  पर गुरूप मे  वीको मैसेज  पढकर ,गुरूप के सभी ,सदस्य  ,सकते मे थे! य  ये अचानक, निशा को ,कलिन्दी के विवाह की जरूरत  कैसे आन पडी,,, ये बहन ,छोरी अच्छी भली … Read more

“मैं नहीं चाहती ये छोटी सी बात कोई बड़ा रूप ले ले और सब रिश्ते बिखर जाएँ…..।” – साइमा बानो : Moral Stories in Hindi

सुबह की हल्की धूप खिड़की से कमरे में झांक रही थी। अम्मा धीरे-धीरे रसोई में काम कर रही थीं, लेकिन उनके मन में एक तूफान चल रहा था। पिछले कुछ दिनों से घर का माहौल काफी तनावपूर्ण हो गया था। छोटे-मोटे विवाद अब बड़ी उलझनों का रूप ले चुके थे। और सबसे ज़्यादा परेशान थीं … Read more

बचपन के दिन – आराधना सेन : Moral Stories in Hindi

हमारा संयुक्त परिवार था  बाबूजी दो भाई थे, मा चाची दादा दादी, हम सब भाई बहन ।संयुक्त परिवार मे रहने का अलग ही मजा था भाई बहन मे जितना प्यार था उतने झगडे भी, बच्चो के झगडे पल मे सुलझ जाते लेकिन माँ चाची की अगर किसी काम को लेकर झगडे होते तो कुछ दिनो … Read more

मैं नहीं चाहती कि ये छोटी सी बात कोई बड़ा रूप लेले और रिश्ते बिखर जाए – खुशी : Moral Stories in Hindi

माधवी एक सुशिक्षित अच्छी नौकरी करने वाली लड़की थी।  थउसके घर में  मां आशा देवी, पापा विनायक जी ,भाई  आदित्य भाभी शोभा और उनका प्यारा सा बेटा अभी  था । यह परिवार आगरा में रहता था।अभी अपनी बुआ को बहुत प्यार करता था  और बुआ अभी को देखने वाले यही कहते शादी हो जाएगी तो … Read more

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