मेरे बीमार होने से किसी को फर्क नहीं पड़ता – मनीषा सिंह : Moral stories in hindi
शैली —! चल अब घर जाने का टाइम हो गया है——- क्या तू अब ओवर टाइम करेगी ! शैलजा की सहकर्मी श्रेया ने, शैलजा को धीरे से कहा । शैलजा चाय की आखिरी घूट लेते हुए कहा “यार—- ओवर टाइम ही कर लूंगी” लेकिन अभी घर जाने का मूड नहीं है मेरा। ” क्या हुआ … Read more