बद्दुआओं के फलस्वरूप दुआओं में मिली है बेटियाँ…. – रश्मि प्रकाश : Moral Stories in Hindi

moral story in hindi

“ सुनो कल दोनों बच्चियाँ घर आ रही है त्योहार पर छुट्टियाँ मनाने तुमने उनकी पसंद का सब सामान ले लिया है ना और हमारे नन्हे शैतानों को कोई कमी नहीं होनी चाहिए ध्यान रहें ।” सिन्हा जी पत्नी सुमेधा जी से बोले “हाँ जी सब ले लिया है…. आप चिंता न करो..और मैंने उस … Read more

गांधारी की पट्टी – पूनम मनु : Moral Stories in Hindi

प्रमिला की सुपुत्री के विवाह का अवसर था। पटड़े पर खड़े होकर जैसे ही प्रमेन्द्र ने लक़दक़ कढ़ाई वाली सुंदर साड़ी, प्रमिला के सिर-कंधे पर औढ़ाई, खुशी का माहौल रंजीदा हो उठा।     तभी-      “भाई, तने मझे कित्ता समझाया पर…” एक भारी आवाज़ ने सभी का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया। वहां से कुछ दूर अपेक्षाकृत … Read more

धूप – रश्मि झा मिश्रा : Moral Stories in Hindi

गांव के मोड़ पर जब बस जाकर लगी… तब तक अंधेरा हो चुका था… केडी (कुंजबिहारी दास) तो यह सोचकर बस पर चढ़ा था कि… अंधेरा होने से पहले पहुंच जाऊंगा… पर बरसात के दिनों में… कब समय से पहले अंधेरा कर दे… क्या भरोसा…ऊपर से बस का सफर… समय आगे पीछे हो ही जाता … Read more

नया सवेरा – बालेश्वर गुप्ता : Moral Stories in Hindi

 देखो सुजीत, पापा अब रिटायर हो गये हैं, मैं इस उम्र में अब उन्हें अपने पास रखना चाहता हूँ।यहां अकेले रहेंगे ये उचित नही होगा।    ठीक है भैय्या ऐसा करते हैं, पापा को आप अपने पास रख लो और मम्मी को मैं अपने साथ ले जाता हूँ।       नहीं-नहीं, दोनो अलग अलग कैसे रह सकते हैं,ये … Read more

अफसर बेटा – संध्या त्रिपाठी : Moral Stories in Hindi

   माँ…माँ…ननका भाई आ रहा है…. सरकारी दौरे पर इधर आना हो रहा था तो बोल रहा है घर आकर सबसे मिलकर जाऊंगा….. फोन आया था…. मोना ननका आ रहा है घर में सब चीजें तो है ना…! बड़ा भाई कनका (कनक)  ने एक ही साँस में खुश होते हुए कहा…  हां भाई हां ….मैंने सुन … Read more

मन के मतभेद – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

तोरई की सब्जी में पानी कौन डालता है… ऐसे ही तुमने तीन-चार दिन पहले भिंडी में पानी डाला था, अरे यार.. कभी तो ढंग का खाना बना लिया करो, मानस के इतना कहते ही रूचि बोली.. क्यों चार-पांच दिन पहले तुम नहीं कह रहे थे कि कितना तेल मसाले की सब्जी बनाती हो, थोड़ा कम … Read more

मतभेद क्यों – नीलम नारंग : Moral Stories in Hindi

जैसे ही रिया ऑफिस से घर आई देखा सुमन भाभी और सासू मां के बीच खूब तकरार चल रही है। अक्सर ही इस तरह की तकरार का सामना उसे करना पड़ जाता था।  रिया को  बड़ा अजीब लगता कि सुमन भाभी कितना भी काम कर ले लेकिन  सासू मां को उनका कोई काम पसंद ही … Read more

यह मेरी जिन्दगी है – बिमला महाजन : Moral Stories in Hindi

नींद उसकी आंखों से कोसों दूर थी।शाम का घटना – चक्र उस की आंखों के सामने घूम गया। रुपाली के कहे शब्द बार बार उसके कानों में गूंज रहे थे। “ममा ! हम लोग अब इकट्ठे नहीं रह सकते हैं ।” रुपाली ने अपना फैसला सुना दिया दिया था। ” क्या कहा ?” राधिका ने … Read more

खत्म हो गई शिकायतें – रेखा शाह आरबी : Moral Stories in Hindi

मोनिका  को नौ  बजे वाली लोकल  ट्रेन पकड़कर ही ऑफिस जाना पड़ता था। आज थोड़ी सी देरी हो गई थी। इसीलिए खूब झुझलाहट की शिकार थी।  मोनिका सोच रही थी -पता नहीं समय से पहुंच पाऊंगी या नहीं गौरव को भी कोई सामान  खुद से कभी नहीं मिलता है.. सब चीज उन्हें उठा कर देनी … Read more

मतभेद, – वीणा सिंह : Moral Stories in Hindi

एक सप्ताह के लिए ऑफिस के काम से अपने शहर में अर्थात मायके जाने का मौका मिला है.. मां के साथ कुछ खूबसूरत सकूं भरे पल बीतेंगे सोच कर कितना अच्छा लग रहा है…                     जानी पहचानी सी सड़क और आड़ी तिरछी गलियों से होकर पहुंच हीं गई अपनी मां के पास…शुभाआ मां गले से लग … Read more

error: Content is Copyright protected !!