मंगला मुखी (भाग-8) – बीना शुक्ला अवस्थी : Moral stories in hindi
कदम्ब और वीथिका के मन में एक झिझक और डर था – ” तुम भी साथ चलो मौसी। हम लोग कैसे इतने बड़े डॉक्टर के यहॉ जायेंगे, कहीं बात सुनने के पहले ही अपमान करके भगा दिया तो।” ” अगर भगा देंगे तो क्या हुआ? तुमसे कुछ छीन तो लेंगे नहीं लेकिन अगर मान गये … Read more