बहुरानी – खुशी : Moral Stories in Hindi

ऐश्वर्या का बचपन बहुत ही अभावों में गुजरा ।पिताजी एक दफ्तर में क्लर्क मां घर को संभालती घर में दादी की हुकूमत चलती जो मां को बहु भी न समझती नौकरानी से ज्यादा हैसियत नहीं थी घर में पापा,दादी और आग में घी डाल ने बुआ भी आ जाती कभी कभी।मां सुबह से रात तक … Read more

बहुरानी – रंजीता पाण्डेय : Moral Stories in Hindi

द्दुल्हन बनी बैठी थी सुनीता | बहुत ही सुंदर लग रही थी | सारे रिश्तेदार सुनीता को देखने आते | सब बोलते कमला जी आपकी बहु तो बहुत ही सुंदर है | कमला जी बोलती मेरी बहुरानी को नजर नही लगाओ , और मन ही मन बहुत खुश होती |सारा दिन बहुरानी बहुरानी करती रहती … Read more

अपनत्व भरा अधिकार – बालेश्वर गुप्ता : Moral Stories in Hindi

        देखो प्राची, अब सूरज ने तुमसे विवाह कर ही लिया है,और तुम इस घर मे आ ही गयी हो तो एक बात समझ लो मैं तुम्हे बहू मानने वाली नही।          पहले ही दिन अपनी सास शकुंतला जी के मुँह से ये वाक्य सुन प्राची तो अवाक रह गयी,क्या उत्तर दे वह समझ ही नही पा … Read more

मेरी बहु रानी – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

मां जी… आप इस तरह  गिड़गिड़ाती हुई बिल्कुल अच्छी नहीं लगती, मुझे तो मेरी पहली वाली कड़क और तुनक मिजाज सासू मां चाहिए! नहीं बहू… मैंने तुम पर कितने जुल्म किए हैं किंतु फिर भी तुमने ही मेरी सेवा का ठेका क्यों लिया? मरने देती मुझे या मुझे मेरे कर्मों की सजा तो भूगतने देती, … Read more

बहुरानी – वीणा सिंह : Moral Stories in Hindi

जब से भाभी मेरे घर में दुल्हन बन कर आई तभी से बाबूजी  अम्मा भाभी को दुलहीन कह के पुकारती थी, उस समय मेरी उम्र पंद्रह साल की थी… मैं सोचती थी मेरी सासू मां मुझे बहुरानी कह के पुकारे तो कितना अच्छा लगेगा.. दुल्हिन तो देहाती जैसा लगता है…अम्मा लकड़ी के चूल्हे के पास … Read more

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