बेटा ससुराल को करता बुरा क्यों लगता… –  रश्मि प्रकाश   : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi :  “ देखो तुम्हारी चिंता तो जायज है, पर ये भी तो समझो ना वो भी अब उसका ही परिवार है….. सरला अपने बच्चे पर भरोसा रखो….एक तो तुम्हारी वो बेकार सी सहेलियाँ जाने क्या पटी पढ़ा जाती तुम्हें और तुम बस चिन्ता में मरी जाती हो…. अरे अपने दिए संस्कार … Read more

पश्चाताप की आग (भाग 2) –  विभा गुप्ता  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi :   माया जी के पति और बड़े बेटे ने समझाया कि निशांत से सख्ती से पेश न आयें,गर्म खून है, बगावत कर बैठा तो हम कहीं के न रहेंगे।यद्यपि सुशांत और बहन अराध्या ने अपने छोटे भाई को समझाने का प्रयास किया कि नम्रता और हमारे सोशल स्टेटस में ज़मीन-आसमान का … Read more

पश्चाताप की आग (भाग 1) –  विभा गुप्ता  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi :  ” अरे-अरे..ज़रा देखिये तो…लगता है,बाहर कोई महिला बेहोश हो गई है…।”  ‘ संजिवनी केमिस्ट ‘ पर दवाइयाँ खरीदते हुए ग्राहकों में से एक ने कहा तो नम्रता ने पीछे मुड़कर देखा।शाॅप के बाहर लगी भीड़ को देखकर उत्सुकतावश वह एक हाथ में पर्स-दवा थामकर दूसरे हाथ से लोगों के बीच … Read more

कुछ कर्मो की माफ़ी नहीं होती। – रश्मि श्रीवास्तव”शफ़क”: Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : मीनल की अभी कुछ समय पहले ही कुणाल से शादी हुई है। उस के ससुराल में बहुत प्यार करने वाली मां जैसी सास कुमुद जी और पितृवत स्नेह करने वाले ससुर सुदर्शन जी थे।कुणाल अपने माता पिता की अकेली संतान थे इसलिए बहुत लाड़ प्यार से पले थे। मगर कुमुद्जी … Read more

विश्वास-रिश्तो की बुनियाद- प्राची लेखिका  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : मोनिका की शादी को 10 वर्ष हो गए। उसके पति समर्थ का काम कुछ मंदा था। मध्यम वर्गीय परिवारों में आमदनी अठन्नी और खर्चा रुपैया रहता है। बच्चों की स्कूल की फीस, महंगाई की बढ़ती मार,ऊपर से दवाई गोलियों का खर्चा। कुल मिलाकर खर्च पुरा ना पड़ पाता। रोज की … Read more

आप बेटी की मां होकर जंवाई की शिकायत कर रही है। – अर्चना खंडेलवाल : Moral Stories in Hindi

मधु जी हमेशा की तरह अखबार पढ़ रही थी और रीवा रसोई का काम निपटा रही थी क्योंकि  उसे जल्दी ही काम पर जाना था। तभी फोन की घंटी बजती है, रीवा फोन उठाती है, दूसरी तरफ रीवा की मां बोल रही थी, अपनी सास को फोन दें, मुझे उनसे बात करनी है, रीवा ने … Read more

अब और कितने पश्चाताप…! – सीमा प्रियदर्शिनी सहाय : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi :  रेलवे स्टेशन में अंधेरा पसर चुका था। बहुत रात हो चुकी थी। ट्रेन अपनी समय से एक घंटे देर  थी।  जब तक मैं स्टेशन पहुंचा तब तक वहां सन्नाटा व्याप्त हो चुका था।  ठंडी की मौसम शुरू हो चुकी थी। कोहरे की पतली  चादर वातावरण में विराजमान थी।  हाथ पैरों  … Read more

प्रायश्चित – डाॅ  संजु झा : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : ठाकुर शमशेर सिंह नम आँखों से पिता को अग्नि में विलीन कर घर वापस लौटते हैं।माँ तो कुछ वर्ष पूर्व  ही गुजर गई थी।बगल में चाचा का परिवार है,परन्तु उनके मन और घर में सन्नाटा पसरा हुआ है।वे एकटक से दीवार में टँगी हुई माता-पिता की तस्वीर को निहार रहे … Read more

पश्चाताप – अनिला द्विवेदी तिवारी : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : घनश्याम जी एक सरकारी माध्यमिक विद्यालय में प्रधान शिक्षक थे। उनके विद्यालय में आठवीं क्लास तक के बच्चे पढ़ते  थे क्योंकि उनका विद्यालय माध्यमिक श्रेणी तक ही था। उनके घर पर, वे  स्वयं उनकी पत्नी रमा देवी और उनकी तीन संताने थीं।  दो बेटे, सूरज और गौरव और एक बेटी  … Read more

पश्चाताप – पूजा मिश्रा : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : आज सोना का बर्थडे है पर सोना नही है मुखर्जी बाबू और दीपाली उसकी फोटो के आगे कैंडल जलाते केक काटते और पास के अनाथालय में बच्चो को खाने के गिफ्ट पैक देने जाते ।     दोनो अपनी इकलौती बेटी से दूर होने का जिम्मेदार खुद को समझते हुए पश्चाताप से … Read more

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