दायित्व – डाॅ संजु झा: Moral stories in hindi

कल विनोद बाबू का अवकाश-ग्रहण बहुत धूमधाम से मनाया गया।चालीस बर्ष की नौकरी के दायित्व से मुक्त हो गए। एक तरफ उनके मन में खुशी है कि चालीस सालों की बैंक की नौकरी में उनके चरित्र पर कोई धब्बा नहीं लगा,दूसरी तरफ खालीपन का गम भी मन में साल रहा है।सोच-विचार करते हुए  विनोद बाबू … Read more

बहु के बच्चे खिलाने की उम्र में जब सासू मां हो गई प्रेग्नेंट !!(भाग 2) – स्वाती जैंन: Moral stories in hindi

रूपमती जी मौका देखती रहती कि कब बहू कुछ ऐसी गलती करें कि उन्हें बहू को टोकने का मौका मिल सकें !! एक दिन पड़ोस वाले सुनीता भाभी के पति राजेश जी हॉस्पिटल जाने स्कूटी से घर से निकले ही थे कि उन्हे विमला जी भी घर से निकलते नजर आई चूंकि दोनों एक ही … Read more

बहु के बच्चे खिलाने की उम्र में जब सासू मां हो गई प्रेग्नेंट !! – स्वाती जैंन: Moral stories in hindi

मम्मी जी , आपको शर्म आनी चाहिए इस उम्र में यह सब करते हुए !! अब क्या मुंह दिखाएंगें हम लोग दुनिया वालों को ?? और क्या कहेंगे सभी को कि इस उम्र में मेरी सास मां बनने वाली हैं और वह भी किसके बच्चे की क्या पता ?? मुझे मां बने अभी एक ही … Read more

कामचोर – कान्ता नागी: Moral stories in hindi

कामिनी देवी घर की मुखिया थी।उनका हंसता खेलता परिवार था।पति केशवदासजी बड़े सुलझे हुए इंसान थे।जो कानपुर शहर के बहुत बड़े बिजनेसमैन थे।वे रेडीमेड पोशाकें सभी वर्गो के लिए बनाते थे। कामिनी देवी के सरल स्वभाव के कारण जो भी उनके शोरूम मे आता दो तीन पोशाकें अवश्य खरीद कर जाता था क्योंकि केशवदासजी मार्केटिंग … Read more

मैं तुम्हें देवता कैसे कहूं? – बीना शर्मा: Moral stories in hindi

शाम के वक्त रजनी अपने पति राजीव के लिए चाय लेकर ड्राइंग रूम में आई तो राजीव गुस्से में रजनी से बोला “ले जाओ अपनी चाय मुझे नहीं पीनी सबके सामने मेरा अपमान करते हुए तुम्हें शर्म नहीं आई यदि तुम दीदी की हां मे हां मिलाकर मुझे देवता कह देती तो तुम्हारा कुछ बिगड़ … Read more

सास मे भी औरत है – करुणा मलिक : Moral stories in hindi

मान्या स्कूल से आते ही बाथरूम में घुस गई । जब स्कूल से निकली उस समय आकाश में हल्के-हल्के बादल छाए थे। रिक्शा पकड़ने में जल्दी भी की पर अचानक तेज बारिश शुरू हो गई और मान्या घर पहँुचते-पहँुचते पूरी तरह से भीग गई। नहाने के बाद बढ़िया कड़क सी चाय बनाकर बालकनी में बैठ … Read more

जीवनसाथी – संगीता अग्रवाल : Moral stories in hindi

” मैं सिर्फ आपकी पत्नी और इस घर की बहू ही नहीं प्रथम किसी की बेटी भी हूं अगर यहां मेरे फर्ज हैं तो वहां भी कुछ फर्ज बनते हैं तुमने और तुम्हारे घर वालों ने कैसे सोच लिया कि मेरे पापा वहां जिंदगी मौत से लड़ रहे है और मैं यहां खुशियां मनाऊं!” मान्या … Read more

माता-पिता को एकांतता देना भी हमारा दायित्व है-के कामेश्वरी : Moral stories in hindi

मनोज एक सरकारी दफ्तर में ऑफ़िसर के पद पर जॉइन हुआ था । सब उसके नसीब पर ईर्ष्या करते थे कि छोटी सी उम्र में ही उसे इतनी अच्छी नौकरी मिल गई है । माता-पिता की तो खुशी का ठिकाना ही नहीं था। उनके घर के सामने लड़कियों के पिताओं ने लाइन लगा दी थी … Read more

ऐसे घरवालों की ज़रूरत नहीं! – प्रियंका सक्सेना : Moral stories in hindi

राकेश ने फोन पर अपनी भाभी को उलाहना दिया,” अक्षय की शादी तय कर दी आपने और हमें बताया भी नहीं, भाभी।” “भैया, सब जल्दी जल्दी में हो गया। आपको आज फोन करने ही वाली थी।” सीमा ने बेचारगी से कहा ” बस बस भाभी! बातें नहीं बनाओ। वो तो अक्षय का दोस्त सुधांशु मिल … Read more

फ़ैसला – रश्मि प्रकाश  : Moral stories in hindi

”सुनती हो… अरे कहाँ हो भाई जल्दी बाहर आओ।” हाथों में सामान का थैला थामे जैसे ही घर के दरवाज़े के भीतर पाँव रखे राजेश्वर जी पत्नी सुनंदा जी को आवाज़ देने लगे रसोई से गीले हाथों को आँचल में पोंछते हुए सुनंदा जी निकल कर आई और बोली,“ क्यों गला फाड़ रहे हैं थैले … Read more

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