इंस्टेंट नूडल्स वाली पीढ़ी – डॉ. पारुल अग्रवाल : Moral stories in hindi

दो तीन दिन से मीरा देख रही थी कि उसकी बेटी परिधि काफी अनमनी सी है। उसका खाना पीना भी बहुत कम हो गया था। वो सोच ही रही थी कि उससे बात करेगी पर अपनी नौकरी की व्यस्तता के चलते और कुछ बेटी की भी कॉलेज की गतिविधियों के चलते उसको समय नहीं मिल … Read more

अनोखा गुस्सा : Moral stories in hindi

    माँ जी कुछ तो बताओ,मुझसे कोई गलती हो गयी क्या,मैं आपके पैर पकड़ कर  माफी मांगती हूँ।       अरे नही बहू, मैं तुझसे भला क्यूँ नाराज होउंगी?तू तो मेरा वैसे भी इतना ध्यान रखती है, सेवा करती है।नाराजगी होगी तो उससे होगी जिसे नौ महीने पेट मे रखा है।       आज सुबह से अम्मा ना तो किसी … Read more

सच्चा रिश्ता – करुणा मलिक : Moral stories in hindi

अम्मी , तेज़ तूफ़ान और बारिश है । आज तो पता नहीं, कैसे दिन निकलेगा ? यूँ करो , मेरे साथ ही चली चलो । ये पेड़ ना गिर जावे  तू जा । कुछ ना गिरेगा । बूँदों की रूत है तो बरसेगा भी । हुसना ने अपने बेटे को उसके घर भेज दिया । … Read more

दिखावे से दूर हो दायित्व – शुभ्रा बैनर्जी : Moral stories in hindi

नीरजा की कॉलोनी में मां काली और दुर्गा मां का एक पुराना मंदिर, शनिदेव महाराज का एक मंदिर और ठाकुर बाबा की मढ़िया है।मंगल वार और शनिवार को मंदिरों में काफी भीड़ रहती थी।हर शनिवार सुबह-सुबह दीन -दुखी शनि महाराज के मंदिर के बाहर कतार बनकर बैठे दिखते। ना जाने कितने श्रृद्धालु खाना,कपड़ा और पैसे … Read more

बहरी अम्मा – हेमलता गुप्ता: Moral stories in hindi

वह जन्म से बहरी नहीं थी, किंतु असमय बेटे बहू की मृत्यु के पश्चात मानसिक रूप से कमजोर होने के साथ ही सुनने की क्षमता भी चली गई थी! दिनभर घर के बाहर चारपाई डाले बैठी रहती, सड़क पर आने जाने वालों को देखकर मन बहलता रहता! कभी-कभी शैतान बच्चे उसे बहरी अम्मा कहकर चिढ़ाते … Read more

दायित्व अपना-अपना – सुभद्रा प्रसाद: Moral stories in hindi

आदित्य ने आफिस से आकर अपना बैग टेबल पर रखा तो उसकी निगाह फिर उस लिफाफे पर पड़ गई, जो उसे परसों मिला था  | यह लिफाफा उसके पिता ने उसे भेजा था और आदित्य ने उसे बिना खोले ही रख दिया था | वही, पिताजी ने उसे भारत आने के लिए लिखा होगा ,उसने … Read more

मध्यमवर्गीय परिवार-निषिद्ध प्रेम – शुभ्रा बैनर्जी : Moral stories in hindi

उम्र में बहुत छोटा था वह,पर ज़िंदगी का तजुर्बा बहुत ज्यादा।लेखनी में जादू,आवाज में गंभीरता और स्वभाव से बहुत गंभीर।शिखा से उसकी मुलाकात एक इंटरव्यू के दौरान हुई थी।हर विषय में असाधारण पकड़ थी उसकी।शिखा अपने बुलावे का इंतज़ार कर रही थी।एक -एक करके सभी उम्मीदवार शिक्षक निर्णायक कक्ष में जा रहे थे,और कुछ मिनटों … Read more

शुक्रिया समधिन जी –  करुणा मलिक: Moral stories in hindi

 रत्ना , नाश्ता लग गया है । हम सब इंतज़ार कर रहे हैं – रवि ने अपनी पत्नी को कहा । क्या आज बहू की तबियत ठीक नहीं? उसके पिता बोले । रवि की माँ बोली – रवि ! तुम अपना और रत्ना का नाश्ता कमरे में ही ले जाओ । आराम से वही खा … Read more

पुन्नु – डा. इरफाना बेगम: Moral stories in hindi

बैलों के जोडे मेला से खरीद कर आये थे। सभी लोग काफी उत्साहित से थे। जैसे ही बैलों वाली गाडी खोली गई बैलों के साथ उस गाडी में से एक काला सा छः फुट से भी लम्बा तडंगा व्यक्ति दिखाई दिया। बडे बडे बाल लाल आखे शरीर पर नाममात्र के भी कपडे नहीं थे। पूरा … Read more

जैसे को तैसा – संध्या त्रिपाठी : Moral stories in hindi

   लाजो जी थोड़ा बहुत काम में आप भी हाथ बंटाया कीजिए बहू श्वेता के….. इससे आपका स्वास्थ्य ठीक रहेगा आप एक्टिव भी रहेंगी और श्वेता की काम में मदद भी हो जायेगी…! बजरंगी प्रसाद जी ने पत्नी लाजो जी को समझाने की कोशिश की…।           देखिए जी अब मुझसे काम धाम नहीं होता… हड्डियों में दर्द … Read more

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