तू इस तरह मेरी जिन्दगी में शामिल है (भाग -14)- दिव्या शर्मा : Moral stories in hindi

बिस्तर पर पड़ा जगदेव कुछ सोच रहा था तभी मगरू भीतर आता है और कहता है, “क्या सोच रहा है चाचा?” जगदेव गर्दन घुमाने की कोशिश करता है लेकिन कोशिश नाकाम साबित होती है।वह दाँत भींच कर घों घों की आवाज निकालने लगता है।यह देख मगरू हँस पड़ता है, “हे ..हे…हे…ऐ क्यों जोर लगा रहा!पड़ा … Read more

तू इस तरह मेरी जिन्दगी में शामिल है (भाग -13)- दिव्या शर्मा : Moral stories in hindi

अब तक आपने पढ़ा कि होटल के रूम में अपनी बचपन की दोस्त स्नेहा को देखकर शेखर नफरत से भर  जाता है लेकिन स्नेहा जब अपनी वहाँ आने की वजह बतातीं है तो वह हैरान हो जाता है।अब आगे- “मेरे इस फैसले के पीछे मेरे अपनों की जिंदगी है।बस इतना समझ लो मेरे परिवार के … Read more

तू इस तरह मेरी जिन्दगी में शामिल है (भाग -12)- दिव्या शर्मा : Moral stories in hindi

अब तक आपने पढ़ा कि तृप्ति की चालाकियों से हार कर शेखर उसकी बात मान लेता है।इसी दौरान शेखर अपने क्लाइंट के इंतजार में शेखर की मुलाकात एक महिला से होती है जिसे देख कर उसके होश उड़ जाते हैं।अब आगे- शेखर को अपनी आँखों पर यकीन करना मुश्किल हो रहा था।उसका आश्चर्य घृणा में … Read more

तू इस तरह मेरी जिन्दगी में शामिल है (भाग -11)- दिव्या शर्मा : Moral stories in hindi

“दूर रहो मुझसे।मुझे घिन आ रही है तुमसे।कैसी औरत हो तुम! अपने पति को दूसरी औरतें के बिस्तर पर…छी..छी।” वितृष्णा से शेखर अपने सिर को पीटने लगा। “मर्द चार औरतों के साथ भी लेट जाए तो गंदा नहीं होता।वैसे भी तुम्हें तो खुश होना चाहिए कि तुम्हें रोज नया टेस्ट मिल रहा है।” तृप्ति बेशर्मी … Read more

तू इस तरह मेरी जिन्दगी में शामिल है (भाग -10)- दिव्या शर्मा : Moral stories in hindi

अब तक आपने पढ़ा कि शेखर रिक्की के जाल में फंस चुका था।अपने नाजुक मन और एक गलती के कारण वह ऐसे मोड़ पर खड़ा था जहाँ पर कोई भी मंजिल उसे नजर नहीं आ रही थी। अब पढ़ते हैं आगे- “पागल हो तुम! तुम मुझसे धंधा कराने.. आर यू मैड…तुमने सोच कैसे लिया मैं … Read more

तू इस तरह मेरी जिन्दगी में शामिल है (भाग -9)- दिव्या शर्मा : Moral stories in hindi

बारिश में भीगता शेखर रिक्की के चेहरे पर खुशी देखकर खुश हो जाता है।वह रिक्की के साथ डाँस करने लगता है।शेखर भूल जाता है कि तृप्ति उसका इंतजार कर रही है और आज उनकी मैरिज एनिवर्सिरी है। दोनों के भीगे जिस्म एक दूसरे को छूने लगे।और एक बार फिर एक दूसरे में डूब गए।रात के … Read more

तू इस तरह मेरी जिन्दगी में शामिल है (भाग -8)- दिव्या शर्मा : Moral stories in hindi

“इतना आश्चर्य से न देखो रिक्की।तुमने ही तो कहा था कि तृप्ति को कुछ पता नहीं चलना चाहिए।बस तुम्हारी दोस्त के लिए झूठ बोला है।” शेखर ने कहा। “तृप्ति बहुत लक्की है शेखर।तुम्हारा प्यार उसके साथ है।हर कोई इतना लक्की नहीं होता।” एक ठंडी सी आह भरकर रिक्की बोली। शेखर उसके चेहरे पर छाई बेचैनी … Read more

तू इस तरह मेरी जिन्दगी में शामिल है (भाग -7)- दिव्या शर्मा : Moral stories in hindi

“शेखर…।” तृप्ति की ठंडी सी आवाज़ शेखर के कानों में टकराई।हड़बड़ाहट में उठते हुए शेखर बेड से नीचे गिर गया लेकिन उसकी तरफ ध्यान न देखकर तृप्ति कॉफी का कप टेबल पर रख कर किचन में घुस गई।शेखर ने अपने दोनों हाथों को सिर पर रख दिया।गुजरी रात उसकी आँखों से गुजर गई।वह भाग कर … Read more

तू इस तरह मेरी जिन्दगी में शामिल है (भाग -6)- दिव्या शर्मा : Moral stories in hindi

(अब तक आपने पढ़ा कि कैसे रिक्की तृप्ति को अपने जाल में फांसने के लिए अपनी रंगीन दुनिया में शामिल कर लेती है।ऊंचे सपनों के मकड़जाल में तृप्ति उलझ जाती है।अब पढिए आगे) “कभी तो अपने पास भी लग्जरी कार होगी।” पीछे से आकर तृप्ति बोली। “,हु…हाँ..लेकिन यार,गाड़ी न भी हो।हम दोनों तो हमेशा साथ … Read more

तू इस तरह मेरी जिन्दगी में शामिल है (भाग -5)- दिव्या शर्मा : Moral stories in hindi

(अब तक आपने पढ़ा कि तृप्ति, रिक्की को मिलने उसके होटल जाती है।रिक्की की शानोशौकत देख तृप्ति की आँखों में चकाचौंध उतर जाती है।अब पढिए आगे) अब बताओ जानेमन।” “यार गजब लग रही हो।ड्रेस बेहद खूबसूरत है तुम्हारी!”, रिक्की लाल शार्ट ड्रेस में उसके सामने थी।उसकी बात सुनकर रिक्की हौले से मुस्कुराई और अपना बैग … Read more

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