माथा- पट्टी – करूणा मलिक : Moral stories in hindi
पूनम , अब मेरी दो दिन की छुट्टी है । देख, कल और परसों मेरे साथ लगकर स्टोर की सफ़ाई करवा दे। इस बार तो दीवाली पर भी स्टोर को छोड़ दिया था । ठीक है दीदी । कल सुबह सात बजे आ जाऊँ ? अरे नहीं, कल मैं भी आराम से उठूँगी । ऐसा … Read more