छोटी छोटी बातों में ढूंढ खुशियां – मंजू ओमर : Moral Stories in Hindi

ज़ोर से खिलखिला कर हंसते हुए कल्पना को देखकर श्रुति आश्चर्य चकित थी ।वो कुछ लोगों के बीच में बैठी ज़ोर ज़ोर से हंस रही थी ।ये क्या हो गया कल्पना को कुछ ज्यादा ही हंस रही है। कुछ हो तो नहींगया मसलन दिमाग,विमाग खराब,,,,,,। फिर श्रुति ने अपने विचारों को झटका और सोचा चलकर … Read more

छोटी सी ख़ुशी – विजय कुमार शर्मा : Moral Stories in Hindi

 मोनू ,राज और रीना का इकलौता पुत्र था ।उसे भरपूर लाड़ प्यार मिला था ,फिर भी वह बचपन से ही चिड़चिड़े और ग़ुस्सैल स्वभाव का हो गया था. उसके मम्मी पापा उसे समझाते पर उस पर कोई प्रभाव नहीं हो रहा था।मोनू की ज़िद और उसके माता पिता की चिंता बढ़ती जा रही थी कि … Read more

छोटी खुशियां – रश्मि झा मिश्रा : Moral Stories in Hindi

हवा में उड़ती गेंद आई और छत पर एक कोने में रखी… अचार की बरनी में इस तरह टकराई की बरनी दीवार से जा लगी… देखते-देखते उसमें से ताजा अचार की खुशबू के साथ-साथ सरसों का तेल बह निकला…  अम्मा अभी-अभी अचार को डब्बे में डालकर हाथ ही सुखा रही थी… आवाज सुन भागी आई… … Read more

छोटी – छोटी खुशियाँ ,जीवन का आधार – हेमलता गोयल   : Moral Stories in Hindi

सुबह का समय था| वातावरण बहुत ही खुशनुमा था |ठंडी – शीतल हवा चल रही थी | चिड़ियाँ चह – चाह रही थी और फुदक – फुदक कर अपनी ख़ुशी जाहिर कर रही थी | पास ही में पानी का झरना भी बह रहा था | तनु सबको देखकर बहुत खुश थी | वह भी … Read more

खुश रहने का हक तो उनको भी है ना…. – रश्मि प्रकाश   : Moral Stories in Hindi

“ छोटी छोटी बातों में ख़ुशियों की तलाश करना सीखो….!” माँ के बोल राशि के कानों में गूंज रहे थे…. राशि ना चाहते हुए भी सोचने लगी….क्या सच में निकुंज को अब मेरी परवाह नहीं रहीं ….. ऐसा क्या हुआ जो पच्चीस साल के बाद अचानक बदल गए…. हर तारीख़ जिसे याद रहती…. मुझसे जुड़ी … Read more

रियल हैप्पिनेस – विभा गुप्ता  : Moral Stories in Hindi

       ” पर मम्मा…मनीष के घर में तो बहुत गंदगी होगी …अंशु और रुनझुन तो एक पल भी वहाँ रह नहीं पाएँगे..।” मानसी अपनी माँ सुनयना से थोड़ा रूठते हुए बोली तो वो बोलीं,” तो फिर ठीक है…हम ही अपना कनाडा जाना कैंसिल कर देते हैं…अविनाश भाईसाहब के…।”    ” अरे नहीं मम्मा…आप और डैड कनाडा जाइये…मैं … Read more

छोटी छोटी बातों में ख़ुशियों को तलाश करना सीखो – के कामेश्वरी : Moral Stories in Hindi

राजीव और सुभाष एक ही बिल्डिंग में आमने सामने वाले फ़्लैट में रहते थे । उन दोनों में अच्छी दोस्ती थी । रिटायर होने के बाद रोज सुबह शाम वाकिंग के बहाने सामने के पार्क में बातें करते हुए एक राउंड मारकर आ जाते थे । उन दोनों की सोच एक जैसी ही थी ।   … Read more

तलाश करना सीखो । – बिमला महाजन : Moral Stories in Hindi

“जीवन लम्हो में जिआ जाता है ,मुक्कमल नही !” सब काम निपटा कर  श्यामली आराम करने लगी थी । सोचा कुछ हल्का -फुल्का पढ़ लूं ।   एक मासिक पत्रिका  के पन्ने पलट रही थी कि एक रचना का शीर्षक पढ़ कर चौंक गई । शीर्षक कुछ जाना पहचाना लग रहा था। जैसे ही रचना … Read more

नयी कहानी – बालेश्वर गुप्ता : Moral Stories in Hindi

  अरे,ये कौन है,किसने मेरी आँखें बंद की है।ये तो मेरा शैतान बच्चा लगता है।        हूँ-हूँ, दादू आप मुझे हर बार पहचान लेते हैं।क्या आपके पीछे भी आंखे हैं?       मेरे बच्चे, दादू के चारो तरफ आंखे हैं, पर वे तुझे ही देख पाती है।     दादू दादू आज तो आपको मुझे कोई कहानी सुनानी ही पड़ेगी।और हां … Read more

छोटी छोटी बातों में खुशियों को …… – वीणा सिंह : Moral Stories in Hindi

दृश्य एक मेरे घर के एक किरायेदार.. पांच बच्चे और माता पिता को मिलाकर सात लोगों का परिवार.. अपना गांव घर छोड़ कर शहर में अपने परिवार को लेकर रहने वाला गृह स्वामी.. रोड के किनारे चौकी पर कपड़े बेचकर गुजर बसर करने वाला.. शाम तक की कमाई में पुलिस को हिस्सा देकर बचे पैसों … Read more

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