घर -आंगन – संगीता श्रीवास्तव : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  :  मन ही मन बहुत चाहता था निखिल उसे लेकिन मन की बातें मन में ही दबा रखा था। साहस नहीं जुटा पाता था कि उससे कह सके,”मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूं।”डरता था कि यदि कहूं और मिनी फट पड़ी तो……..? ना बाबा ना, मैं नहीं कहूंगा। मिनी बस उसे … Read more

रफू – डॉ पारुल अग्रवाल : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : आज पूरे छः महीने के साथ के बाद सासू मां गीतांजलि को छोड़कर अपनी अंतिम यात्रा की और प्रस्थान कर गई थी। कहने को तो,सुमित्रा जी गीतांजलि की सास थी पर इन छः महीनों में दोनों ने एक-दूसरे के साथ मां-बेटी से भी बढ़कर रिश्ता निभाया था। वो तो बिन … Read more

बदलती तस्वीर घर आँगन की – रीतू गुप्ता  : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : मैं काव्या  …मैं आज अपने घर आँगन की बदलती तस्वीर की कहानी बताती हूँ । मैं काव्या, मेरा भाई रवि, और मेरे माता पिता हम सब एक छोटे से गाँव में रहते थे। ज़न्नत सा लगता था बचपन में मुझे वो घर। बडा सा आँगन, 3-4 खुले हवादार कमरे और … Read more

घर-आंगन- माया मंगला : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : घर में मेरे विवाह के लिए जोर- शोर से प्रयास चल रहे थे। आए दिन रिश्ते आते थे ।एक रिश्ता सही लगा ,तो पापा ने वहां बात पक्की कर दी। पापा मेरे पास आकर बोले, बेटा सो जाओ। कल तेरे ससुराल से कुछ लोग रिश्ता पक्का करने आएंगे। मां ने … Read more

चहकता घर-आंगन- सुभद्रा प्रसाद : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : नयना बहुत परेशान थी |उसे समझ नहीं आ रहा था, वह कैसे संभाले, सबकुछ | घर, आफिस, बच्चे और  उपर से प्रशांत की यह हालत |सबकुछ तो ठीक ही जा रहा था|  प्रशांत  और वह दोनों मिलकर सब संभाल ही रहे थे, पर प्रशांत के इस एक्सीडेंट ने तो सबकुछ … Read more

तू मेरी सहेली है ना – विभा गुप्ता : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : बसंती और देवकी पहले पड़ोसिन थीं, फिर दोनों सहेलियाँ बन गईं।दोनों के पति ज़मींदार थें।खेती की आमदनी से ही उन्होंने अपने बच्चों को खूब पढ़ाया। बसंती के दो बेटे थें-विवेक और विकास।विवेक अमेरिका पढ़ने जाना चाहता था, बसंती के पति ने अपनी ज़मीन का कुछ हिस्सा बेचकर उसे अमेरिका भेज … Read more

मायके का घर – महजबीं : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : आँगन छोड़ शीबा ने ससुराल के घर – आँगन में पाँव रखा। माता पिता की लाडली, भाई- भाभी की चहेती ,अपने घर की रौनक थी वह। कभी दुख का साया भी नहीं पड़ने दिया था उसके अपनों ने उस पर। उसकी आँखों में आँसू  कोई नहीं देख सकता था। अपने … Read more

परिवर्तन प्रकृति का नियम – रश्मि सिंह : Short Moral stories in hindi

Short Moral stories in hindi  :सुषमा-देखो जरा आज मेघा विदाई में कितना रो रही है, पर कल जहां पति का प्यार मिला, वही भूल जाएगी अपनी माँ को।  अर्चना-और नहीं तो क्या। कहते है शादी के बाद लड़कों में ही बदलाव आता है ऐसा नहीं है लड़कियाँ भी अपना पीहर भूल जाती है।  रोहित (मेघा … Read more

महकती फुलवारी – शिव कुमारी शुक्ला : Short Moral stories in hindi

Short Moral stories in hindi  : सरलाजी एवं सुबोध जी अपनी तीन प्यारी-प्यारी बेटीयों के साथ खुशहाल जीवन जी रहे थे। मध्यम बर्गीय परिवार से थे अत: बहुत सम्पन्न नहीं थे। किन्तु पती-पत्नी सरकारी नौकरी में थे तो अच्छी गुजर बसर हो जाती थी। क्योंकि तब आज जैसी तनख्वाह नहीं मिला करती थी। वे अपने … Read more

“मेरे आंगन की लक्ष्मी” – कविता भड़ाना : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : प्रिया का रोते रोते गला सूख चुका था और आंखें पथरा गई थी , उसे यकीन ही नहीं आ रहा था की ये वही भाई है जो उसे थोड़े से भी कष्ट में देखकर बैचेन हो जाता था।  दो साल पहले बहुत ही धूमधाम से प्रिया की शादी राजीव से … Read more

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