छुटकारा –  माता प्रसाद दुबे : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  :सीमा की शादी हुए पांच साल बीत चुके थे..उसके पति राकेश प्रतिष्ठित संस्थान में कार्यरत थे..तीन साल की नन्ही बच्ची परी उसके ससुराल में सभी लोगों की आंख का तारा थी। उसकी सास रमादेवी,देवर विकास,ननद शीला,सभी लोग परी के साथ खेलते हुए बच्चे बन जाते थे..सभी लोगों की जान नन्ही परी … Read more

‘मैं सिर्फ आपकी पत्नी नहीं किसी की बेटी भी हूंँ’ – मनीषा गुप्ता : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  :संगीता संयुक्त परिवार की लाडली बेटी थी, मम्मी पापा ताऊ ताई चाचा चाची सभी परिवार में थे, कुल मिलाकर संगीता हर पांच भाई बहन थे, परिवार के सभी बच्चों में बहुत प्रेम था। यह पता लगाना बहुत मुश्किल था कि कौन किसकी संतान है। परिवार के सभी सदस्य दूसरे से बहुत … Read more

कौन सा घर है मेरा – प्राची लेखिका : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : तनीषा की शादी को 10 वर्ष हो गए हैं। अपने परिवार में खूब खुश हैं। दो प्यारी सी बच्चियाँ आराध्या और आरोही हैं। परिवार में सब उसे खूब प्यार करते हैं। उसका पति मृदुल भी उसकी खूब इज्जत करता। घर धन संपन्न है इसलिए तनीषा को अपने पैरों पर खड़ा … Read more

 तुलसी क्यारा और घर आंगन- पुष्पा जोशी : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : शारदा जी और गिरीश बाबू का विवाह हो गया। गिरीश बाबू अपने माता पिता की इकलौती संतान थे। माँ का देहांत हो गया था। घर में तीन प्राणी थे, गिरीश बाबू शारदा जी और उनके ससुर केदार नाथ। पुरखों का बना सुन्दर घर था। सुन्दर रसोई। पानी भरकर रखने का … Read more

खुशी के आंसू- अनिता शर्मा: Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  :“बधाई हो प्रिया इस गांव के अस्पताल में एक होनहार डॉक्टर और मेरी बहू बनकर मेरे घर आंगन की शोभा बढ़ाने और मौसी बनने के लिए ,, ये कहते हुऐ रमा जी ने प्रिया के मुंह में मिठाई का एक टुकड़ा खिला दिया था।तो मुस्कराते हुऐ प्रिया रमा के पैरों में … Read more

घर आंगन – वीणा सिंह : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  :  मैं सिया, उम्र के इस पड़ाव पर भी मुझे अपने घर आंगन  की तलाश और आस अभी भी है..           जब से होश संभाला मां और दादी के मुंह से यही सुना तू किसी और के घर आंगन की शोभा है.. बेटियां उस पौधे की तरह होती हैं जो जनम तो … Read more

“प्रायश्चित ” – सीमा प्रियदर्शिनी सहाय : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : “पंचम कुटीर…!!” पंचम मेरे दादाजी का नाम था। अपने नाम पर उन्होंने इस कोठी का नाम रखा था। दादाजी के पास संपत्ति के नाम पर यही एक कोठी थी इसके साथ लगा हुआ बड़ा सा दलान, कुछ पेड़ पौधे और विशाल बरगद का पेड़। दादाजी के बाद काका, ताऊ और … Read more

मायके से प्यारा ससुराल मेरा – वीणा सिंह : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : सिया बहुत सोच समझ कर फैसला ले लिया था, अब जितना जल्दी हो सके अपने घर आंगन में लौटना हीं होगा..                               इस फैसले के बाद उसका मन शांत हो गया और अतीत की सुखद यादों में खो गई.. पापा सीए मम्मी इंजीनियर और भईया एक कंपनी में एचआर, और मैं … Read more

सबसे खूबसूरत तस्वीर- शिखा श्रीवास्तव : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  :सावन का महीना, आसमान से बरसती रिमझिम फुहारें… मिट्टी की सोंधी सी खुशबु, खिली-खिली हरियाली और इसी महीने आने वाला त्योहार हरियाली तीज जो स्त्रियों के लिए नयी उमंग, जीवन में प्रेम के राग और रंग लेकर आता है। कोई झूले पर झूलकर अपने प्रियतम संग इठलाती है, तो कोई अपने … Read more

घर आँगन – पूनम अरोड़ा : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : अन्य  सभी लड़कियों   की तरह नीति  ने भी मन में  सतरंगी इंद्रधनुषी  सपने सजाए ,वैवाहिक  जीवन की  स्वप्निल  मादकता को आँखो में  बसाए अपने “घर आँगन” को छोड़ कर ससुराल की दहलीज के अंदर प्रवेश किया था।  कल्पना  के अनुसार  ही  भव्य और शानदार  स्वागत  हुआ उसका वहाँ ।  … Read more

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