गृहलक्ष्मी-2 – विभा गुप्ता : Moral Stories in Hindi
Moral Stories in Hindi : रंग-बिरगी बल्बों की लड़ियों से पूरा ‘जानकी निवास’ जगमगा रहा था।मनोहर बाबू लाॅन के बीचोंबीच अपनी आरामकुर्सी डालकर बड़े प्यार-से अपने घर की शोभा निहार रहें थें।बरसों बाद दीवाली के दिन उनके घर में इतनी चहल-पहल हो रही थी।बच्चे छोटे थे तब यहाँ की रौनक देखते बनती थी,उनकी पत्नी जानकी … Read more