मेरे पिता – शनाया अहम : Moral Stories in Hindi
ओडिटोरियम में व्हीलचेयर पर बैठी स्मिता के आते ही तालियों की गड़गड़ाह से स्मिता का स्वागत किया गया , कुर्सियों पर चारों तरफ़ बैठे हुए लोग अपनी अपनी जगह उठ कर खड़े हो गए और उन्होंने तालियां बजाकर स्मिता का स्वागत किया। मंच तक पहुंचते पहुंचते स्मिता के गले में फूलों की कई मालाएं डल … Read more