जब मां ने बताई अपनी कीमत !! – स्वाती जैन : Moral Stories in Hindi

साहिल ऑफिस से जैसे ही घर पहुंचा , सुरेखा जी को नजर अंदाज करके सीधा अपने कमरे में चला गया !! सुरेखा जी तो बेचारी कब से उसी का इंतजार कर रही थी मगर साहिल को तो मां के पास रुकने की तो छोडो उनको देखने तक की फुर्सत नही थी !!  सुरेखा जी का … Read more

स्वयं की कीमत का समझना – बालेश्वर गुप्ता : Moral Stories in Hindi

 अरे अंशू पिछले एक सप्ताह से  तुम ऑफिस आ ही नही रहे हो, क्या बात है?सब ठीक तो है हाँ अंकल सब ठीक है,वो मैंने आपकी वाली कंपनी को छोड़ दिया है,त्याग पत्र कुरियर कर दिया है,मिल जायेगा। लेकिन बात क्या हुई?अगर वेतन की बात है तो मैं डायरेक्टर साहब से बात करता हूँ,तुम  कल … Read more

कीमत – के कामेश्वरी : Moral Stories in Hindi

श्यामा जब तीसरी बार प्रेगनेंट थी तब वह रोज भगवान से प्रार्थना करती थी कि इस बार उसके घर बिटिया को ही भेजना । पति रोहन हँसते हुए कहा करते थे कि श्यामा बेटा हुआ तो किसी को दे देगी क्या? वह कहती थी कि मज़ाक़ में भी मत कहिए कि बेटा होगा हमारे दो … Read more

मेरी लक्ष्मीबाई – करुणा मलिक : Moral Stories in Hindi

वनिता , अपनी बेटी के तौर तरीक़ों पर ज़रा ध्यान दो । वनिता की सास कांता देवी अपनी कर्कश आवाज़ में बोली । क्या हुआ ? माँ जी – वनिता कुछ सहमी सी बोली । क्या तुम्हें कुछ नहीं दिखता कि बेटी सयानी हो गई है । ये छोटे-छोटे कपड़े, बच्चों की तरह उछल-कूद, पूरा … Read more

अनमोल रिश्ते – स्नेह ज्योति : Moral Stories in Hindi

कांता ओ कांता जल्दी से ऊपर जा बारिश आने वाली है । सारे कपड़े गंदे हो जाएंगे फटाफट से उतार कर लिया । क्या भाभी ? जब मैं पढ़ रही होती हूँ तभी तुम्हें सारें काम कराने होते हैं । जल्दी जाने का बोल सरला अपने पति के लिए चाय बनाने चली गई । सरला … Read more

मान जाओ ना..!! – लतिका श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

नहीं नही मेरा बच्चा शानू बच जायेगा इसे कुछ नही हो सकता….माता सुलभा का हृदय चीत्कार कर उठा था। शाम का समय था हॉस्पिटल से फोन आया । शानू के पापा विकास का फोन था.. सुभा…जल्दी यहां आ जाओ संक्षिप्त कथन था उनका परंतु गहरा लंबा उतर गया था दिल में ।घर से हॉस्पिटल का … Read more

कीमत – वीणा सिंह : Moral Stories in Hindi

ट्रेन में खिड़की के पास वाली सीट पर बैठी कविता के गालों पर आसुओं के निशान बदहवास चेहरा और आंखों में गहरी वेदना लिए अपनी किस्मत को कोस रही थी.. बीस साल पहले रजत से उसकी शादी हुई थी.. रिश्तेदार के नाम पर बड़ी दीदी और जीजा जी और उनके दो बच्चे छः साल की … Read more

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