एक भूल …(भाग-20) एवं अन्तिम – बीना शुक्ला अवस्थी : Moral Stories in Hindi

अब आगे ••••••• रामलला घर में आये तो शिवाकान्त शुक्ल के परिवार की समृद्धि के द्वार खुलते गये। वह टूटा फूटा मकान धीरे धीरे हवेली में बदल गया लेकिन घर के पूजा वाले कमरे का फर्श सदैव वैसा ही ईंटों वाला ही रहा। आधुनिकता के  सारे साधन घर में आते गये लेकिन घर के मुखिया … Read more

एक भूल …(भाग-19) – बीना शुक्ला अवस्थी : Moral Stories in Hindi

अब आगे ••••••• सांकल की धीमी आवाज सुनकर वह पुत्र को वैसे ही गोद में उठाये द्वार की ओर दौड़ी, तब तक दुबारा सांकल बजी साथ ही शिवाकान्त का स्वर सुनाई दिया – ” कालिन्दी, जल्दी द्वार खोलो।” द्वार खोलते ही कालिन्दी के होश उड़ गये, उसके सामने खड़ा एक सैनिक कालिन्दी को परे हटाकर … Read more

एक भूल …(भाग-18) – बीना शुक्ला अवस्थी : Moral Stories in Hindi

अब आगे •••••• संदलपुर के एक अति धनी और वैभवशाली परिवार में एक वृद्ध जानकी रमण जीवन की अन्तिम यात्रा की ओर बढ़ रहा था। आज उसने अपने जीवन के पिचहतर वर्ष पूर्ण कर लिये थे। वार्ध्क्य उसके केशों से भले ही प्रकट हो रहा था लेकिन उसके चेहरे और ऑखों में तेज दमक रहा … Read more

एक भूल …(भाग-17) – बीना शुक्ला अवस्थी : Moral Stories in Hindi

अब आगे ••••••• महारानी को राजमहल वापस लाने का दायित्व उनकी प्रिय सखी पर डालकर युवराज आखेट के लिये चले गये। उन्हें पता था कि उनके सारे कृत्य महारानी के समक्ष उजागर हो चुके हैं और क्रोध के आवेश में आज तो उन्होंने बहुत अधित अनुचित व्यवहार किया है। साथ ही वह जानते थे कि … Read more

एक भूल …(भाग-16) – बीना शुक्ला अवस्थी : Moral Stories in Hindi

अब आगे ••••••• महारानी के नेत्रों में एक बार फिर से सत्ता का गौरव लहराने लगा। उन्होंने प्रजा को वहीं रुकने को कहा और स्वयं भी मन्दिर की सीढियों पर सामान्य नारी की तरह बैठ गई। उनके सामने जन समुदाय था। महारानी ने जन समुदाय को सम्बोधित करते हुये कहा – ” आप सबका अपराधी … Read more

एक भूल …(भाग-15) – बीना शुक्ला अवस्थी : Moral Stories in Hindi

अब आगे ••••••••• चयन प्रक्रिया का तीसरा दिवस व्यतीत हो चुका था परंतु महारानी को अभी उत्तराधिकारी की प्राप्ति नहीं हुई थी। मंत्री, सेनापति आदि विस्मय से देख रहे थे कि आखिर महारानी इस प्रश्न के माध्यम से बच्चों में क्या ढूंढ रही हैं? तभी एक सात वर्षीय बालक महारानी के समक्ष उपस्थित हुआ – … Read more

एक भूल …(भाग-14) – बीना शुक्ला अवस्थी : Moral Stories in Hindi

अब आगे ••••••••••• प्रजा के आग्रह और निवेदन से सोलह वर्ष की कोमल कलिका सी राजकुमारी मोहना शासन की बागडोर पकड़ कर गरिमामयी महारानी बन गई। रामलला की मोहक छवि में राजकुमार को निहारते और पूजते हुये बाल्यावस्था और किशोरावस्था पार किया था । जब यौवन के द्वार पर खड़े होकर राजकुमार के मिलन की … Read more

एक भूल …(भाग-13) – बीना शुक्ला अवस्थी : Moral Stories in Hindi

अब आगे •••••••• महाराज अखिलेंद्र से सत्य जानकर और वन प्रान्त में राजकुमार द्वारा बनाया अपना ही अपूर्ण चित्र वक्ष से लगाकर वह बिलखने लगीं – ” मैं निर्दोष होते हुये भी अपराधिनी हूॅ। मैंने तो बचपन से राजकुमार की आराधना की है और अन्तिम श्वास तक करती रहूॅगी। मैं तो वाग्दान होते ही उनके … Read more

एक भूल …(भाग-12) – बीना शुक्ला अवस्थी : Moral Stories in Hindi

अब आगे •••••••• कुछ देर पूर्व जहॉ सभी प्रसन्नता से ओतप्रोत थे। सर्वत्र विषाद का वातावरण छा गया। राग रंग, संगीत और वाद्ययंत्र शान्त हो गये। राजकुमारी की सखियों और दास दासियों सहित सभी के मुखों पर वेदना की कालिमा छा गई। राजकुमारी के शब्द धीरे धीरे सर्वत्र फैलते हुये आखिर महाराज अखिलेन्द्र और राजकुमार … Read more

एक भूल …(भाग-11) – बीना शुक्ला अवस्थी : Moral Stories in Hindi

अब आगे •••••••• बिना किसी बाधा और व्यवधान के विवाह सकुशल सम्पन्न हो गया तो महाराज देवकुमार और महारानी यशोधरा के मन में बैठे आशंकाओं के नाग शान्त हो गये। उन्हें विश्वास था कि राजकुमार को परमेश्वर मानकर पूजने वाली उनकी पुत्री  कुलवधू की गरिमा पर कभी ऑच नहीं आने देगी‌। भारतीय संस्कृति में तो … Read more

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