स्वार्थी संसार – सुनीता माथुर : Moral Stories in Hindi

अरे—- माला कब तक उदास होकर बैठी रहोगी! उठो शाम हो गई चाये तो पिला दो माला के पति नीरज जोर से आवाज देते हुए बोलते हैं—– माला एकदम उठकर खड़ी हो जाती है अपने थके– थके कदमों से किचन में जाकर चाय बनाने लगती है! माला चाय लेकर आती है साथ में प्लेट में … Read more

 नया सफर – ऋतु यादव : Moral Stories in Hindi

रह रहकर सास संयोगिता के शब्द मनुस्मृति के कर्ण पटल भेद रहे थे, “मुझे तकलीफ देकर तू कभी सुखी नहीं रह सकती”। पर सब अनदेखा कर वो अपना सामान बांध अपने बच्चों के साथ निकल गई नए जीवन के सफर पर। मनुस्मृति शादी कर ससुराल आई तो सब ठीक ठाक ही लगा उसे पर धीरे … Read more

 तिरस्कार करना – खुशी : Moral Stories in Hindi

अदिती और लीना बहने थी।यू तो वो चार भाई बहन थे पर चुकी बड़ा भाई और बहन दूसरे शहर में रहते थे जहां का सफर हजारों मिल था तो इसलिए अदिति और लीना का एक दूसरे के यहां ज्यादा आना जाना था।जब तक लीना के पास पैसा नहीं था तब तक अदिति से उसका बहुत … Read more

 छोटी बहू – रत्ना पांडे : Moral Stories in Hindi

घनश्याम अपनी पत्नी शामली के साथ रहते थे। मध्यम वर्ग के घनश्याम के माता-पिता का दुर्घटना होने की वजह से देहांत हो गया था। उनकी पत्नी ने दो वर्ष पूर्व एक बेटे को जन्म दिया था, अब फिर से वह गर्भवती हो गई थी। घनश्याम अपनी पत्नी और बेटे मुकुल का बहुत ज्यादा ख़्याल रखते … Read more

 यह अमीर ससुराल वाले बहू की बारी आते ही गरीब क्यूं हो जाते हैं ?? – स्वाति जैन : Moral Stories in Hindi

नायरा , आओ हमारे साथ डांस करो , आखिर हमारे चाचा के लड़के रोहन की शादी हैं , रोहन और चाचा – चाची ने हमें घर की सगी बेटियों जैसा प्यार दिया हैं ,तुम तो हम सभी बहनों में सबसे अच्छा डांस करती हो मगर जब से शादी में आई हुं तब से देख रही … Read more

 स्वार्थी संसार – सीमा गुप्ता : Moral Stories in Hindi

अंशिका बेटी, आपकी सादगी और प्रगतिशील विचारों ने हमें बहुत प्रभावित किया। आपकी बात से मैं सहमत हूं कि यदि 21वीं सदी में आकर भी हम पुराने ढर्रे पर चलते रहेंगे, तो केवल कहने भर के लिए ऐसा क्यों कि बेटा, बेटी एक समान अथवा बेटा, बहू एक समान। हम आपकी नौकरी करने की इच्छा … Read more

 महत्वपूर्ण कौन? पैसा या रिश्ता – लतिका पल्लवी : Moral Stories in Hindi

मीरा अपनी बेटी ममता के साथ बेटे की शादी की शॉपिंग करके घर पहुंची तो उसने ड्राइंग हॉल मे सास और पति के साथ अपनी ननद को भी बैठे हुए देखा। ननद के आने की जानकारी उसे नहीं थी इसलिए उसे थोड़ा आश्चर्य हुआ लेकिन उसने सोचा अच्छा ही है दीदी आ गईं है तो … Read more

 मुहँ मोड़ना – अमित रत्ता : Moral Stories in Hindi

एक बार बृद्धाश्रम में मेरा जाना हुआ बाहर एक अम्मा बैठी बैठी चश्मा साफ कर रही थी मैं उसके पास जाकर बैठ गया और उसके बारे में पूछने लगा कि अम्मा आपका यहां कैसे आना हुआ क्या आपके परिवार में कोई नही है? थोड़ा जोर डालने पर वो बोली नही बेटा ऐसी बात नही है … Read more

 स्वार्थी संसार – डोली पाठक : Moral Stories in Hindi

एक तीन साल की बच्ची के बाद दिशा दूसरी बार मां बनने वाली थी। घर में इस खुशखबरी को सुनकर किसी को अधिक प्रसन्नता नहीं हुई क्योंकि घर में सबको जहां नयी बहू की तरफ से उम्मीद थी इस खुशखबरी कि वहीं बड़ी बहू की तरफ से मिली ये खुशखबरी भला उन्हें खुशी कैसे दे … Read more

 सच्चा प्यार – अनिता मंदिलवार सपना : Moral Stories in Hindi

 राम एक युवा व्यक्ति है जो कम पढ़ा लिखा ग्रामीण है । उसी गांव में मनीषा की मौसी रहती है जहां गर्मी की छुट्टियों में वह घूमने जाती है एक दिन उसकी मुलाकात राम से होती है जो खेत में काम कर रहा होता है और मनीषा अपनी मौसी के साथ गांव घूमने निकली है … Read more

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