आशीर्वाद की कीमत – आरती झा आद्या : Moral Stories in Hindi
“सुप्रिया बेटा, वो एरिया सही नहीं है। उधर मत जाया करो।” सुभाष अपने मित्र और पड़ोसी कृष्णचंद्र की पीओ बेटी नंदनी से उनके घर में बैठे चाय पीते हुए चिंतित भाव से कह रहे थे। “अंकल आप काम से काम रखिए। मैं पढ़ी लिखी कमाई कर रही हूॅं, लोग तो मेरी जूती की नोक पर … Read more