तुम्हारी खुशी में ही मेरी खुशी है – बीना शर्मा : Moral Stories in Hindi

राखी सुबह के वक्त रसोई में खाना बना रही थी। तभी उसकी बड़ी बहन रश्मि का फोन आया। उसने राखी से उसकी कुशल मंगल पूछी तो वह बोली ‘मैं ठीक हूं परंतु आज मैंने गुस्से में भाभी को डांट दिया।’ यह सुनकर रश्मि ने राखी से पूछा ‘तूने भाभी को क्यों डांटा ?’    तब राखी … Read more

नहीं भैया हम चोर नहीं हैं!! – सीमा प्रियदर्शिनी सहाय : Moral Stories in Hindi

“बड़े भैया बुआ जी नहीं रहीं !”यह कहकर बल्लू फूट-फूट कर रोने लगा। “अरे कब हुआ ,,, क्या हुआ अचानक ?” “कल तक ठीक थी बड़े भैया रात में अचानक की सांस लेने में कुछ ज्यादा ही तकलीफ होने लगी और देखते ही देखते बल्लू आगे कुछ नहीं कर पाया। वह फूट-फूट का रोने लगा। … Read more

“ठेस” – मनीषा सिंह : Moral Stories in Hindi

यह कहानी शारदा नाम की औरत की है जो बिहार के छोटे शहर से मुंबई जैसे बड़े शहर में अपने पति के साथ बेटे के इलाज के लिए आई और फिर क्या हुआ आगे पढ़िए :- शारदा तीन बच्चों की मां थी दो जुड़वा बेटा गोलू, मोलू और एक प्यारी सी बेटी अक्षरा। पति शरद, … Read more

मन का अब इलाज और नहीं – शुभ्रा बैनर्जी : Moral Stories in Hindi

यह आत्मसम्मान विषय पर रची गई कहानी एक विवाह योग्य पुरुष के मन के घांवों की वेदना है।जब पीड़ा का आभास होना ही खत्म हो जाता है,तब चोटिल होता है आत्म सम्मान। नीता के परिवार के पुराने मित्र ,जो अब स्थानांतरित होकर कोरबा में रह रहें हैं ,थॉमस परिवार।जाति में भिन्नता होते हुए भी नीता … Read more

आत्म सम्मान – मंजू ओमर : Moral Stories in Hindi

मम्मी कल मैं वापस जा रहा हूं आप भी अपना समान पैक कर लें हमारे साथ चले यहां अकेले कैसे रहेंगी नमिता का बेटा आकाश बोला । नहीं आकाश में तुम्हारे साथ नहीं जाऊंगी , लेकिन मां तुम यहां कैसे रहोगी अकेले ।रह लूंगी बेटा मैं अकेले अभी तक तो तुम्हारे पापा थे लेकिन मैं … Read more

बात आत्मसम्मान की ।। – अंजना ठाकुर : Moral Stories in Hindi

सुमन अपने ससुराल मैं बहुत खुश थी शादी के पांच साल हो गए थे उसने पूरे घर को अपना बना लिया था सास ,ससुर ,देवर ,पति और एक प्यारी सी बेटी पा कर सुमन खुश थी सब लोग सुमन को मान भी बहुत देते ।सुमन का ससुराल भी मध्यम वर्गीय है और मायका भी तो … Read more

लोग क्या कहेंगे। – कामनी गुप्ता : Moral Stories in Hindi

पूनम और राज की ज़िन्दगी बहुत अच्छे से चल रही थी। गाँव में संयुक्त परिवार था, छोटी मोटी नोंक झोंक भी कम ही देखने को मिलती। दोभाई एक साथ बहुत खुशी से रहते थे। एक बूढ़ी माँ भी थी, बड़े भाई की शादी जल्दी हो गई थी, राज छोटा था पर उनसे उम्र में भी … Read more

रहिमन अति ना कीजिए – कविता झा ‘अविका’ : Moral Stories in Hindi

रेखा सोफे पर अपने पति राकेश के पास बैठी थी। राकेश उसकी सुंदरता पर कायल था। वो दिनभर उसे निहारता रहता। पर उसे यह बिल्कुल पसंद नहीं था कि उसकी पत्नी की तरफ कोई आंख उठाकर भी देखे। वो सिर्फ उसके लिए बनी है। उसका सजना संवरना हंसना मुस्कुराना सिर्फ और सिर्फ राकेश अपने लिए … Read more

जिस घर में औरतें देर तक सोती है, उस घर की बरकत कभी नहीं होती… – रोनिता : Moral Stories in Hindi

रात के करीब 11:00 रहे थे… कैलाश टीवी देख रहा था… दोनों बच्चे रोहन और अहाना अपने कमरे में सो चुके थे… सुधा जी और मोहन जी भी अपने कमरे में सो चुके थे.. पर कोई एक थी जो अभी तक काम कर रही थी और वह थी प्रिया… वह रसोई को समेट रही थी … Read more

आत्मसम्मान – पूजा मिश्रा : Moral Stories in Hindi

 शुभी आज मैं बहुत खुश हूं  पता है मेरी जॉब कॉग्निजेंट में लग  गई और वह भी  बढ़े हुए पेकेज में ,मेरा इंटरव्यू इतना अच्छा था की उन्होंने मेरी शर्त भी मान ली है की हम पूना वाले ऑफिस में ही काम करेंगे ।    चलो मंदिर चलते है अपने हनुमान जी को आभार प्रकट करने … Read more

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