अहमियत – के कामेश्वरी  : Moral stories in hindi

वीणा मंजु के कमरे में गई और रोते हुए मंजु को चुप कराने की कोशिश करने लगी मंजु मत रो बेटा रोने से कुछ नहीं होने वाला है मेरी बात मान अपने आँसू पोंछ ले । देखिए ना माँ रितेश ने कितनी बड़ी बात कह दी है । आप तो जानती ही हैं ना मैं … Read more

ये प्यार बरकरार तो रखोगे ना सैंया जी… – रश्मि प्रकाश  : Moral stories in hindi

शादी एक ऐसा बंधन है जिसमें दो अजनबी अपनी यात्रा अलग अलग वजूद से शुरू तो करते हैं पर अंततः एक जिस्म दो जान बन जाते है…. प्यार से पगे रिश्ते में सारे रिश्ते घुलमिल जाते है ….अगर पति पत्नी को अहमियत देता हो….तरजीह देता हो…..पर कई बार ऐसा नहीं होता…पति के लिए पत्नी बस … Read more

जीते जी अहमियत समझो- करूणा मलिक : Moral stories in hindi

शारदा , माँ- बाप तो बचपन में ही गुज़र गए थे । भइया- भाभी ने अपने बच्चों में कमी कर ली पर मुझे कभी किसी चीज़ के लिए मना नहीं किया । हमेशा ध्यान रखना कि तुम्हारी वजह से उन्हें कोई शिकायत न हो । जी , मैं हमेशा ख़्याल रखूँगी कि मेरे किसी भी … Read more

महत्व और समर्पण – बालेश्वर गुप्ता : Moral stories in hindi

    अरे भागवान, नौकर है तो, मेरा सब कुछ करता तो है,फिर क्यूँ मेरे पास ही बैठी रहती हो?मेरा क्या है,मैं तो बुझता चिराग हूँ।      ऐसा क्यूँ बोलते हो,क्यूँ मेरा हक समाप्त करते हो?मेरे जीवन मे तो तुम ही हो,कैसे तुम्हे छोड़ दूं अकेले।           दोनो के विवाह को पचास वर्ष इसी माह पूरे होने वाले थे।उनका … Read more

ससुराल की अहमियत (भाग -2) – स्वाती जैंन : Moral stories in hindi

अर्चना जी ने सोचा था दोनों बहने एक ही घर में ब्याहकर आएंगी तो मिलकर रहेंगी और घर को स्वर्ग बना देंगी मगर वे कहां जानती थी कि दोनों सगी बहने मिलकर ससुराल वालो का जीना हराम कर देंगी !! सुधा और मंगला दोनों की शादी एक ही मंडप में एक ही दिन और एक … Read more

ससुराल की अहमियत (भाग 1) – स्वाती जैंन : Moral stories in hindi

बुढ़िया , तेरी हिम्मत कैसे हुई रोटी पर घी लगाकर खाने की ?? तेरे लिए दो सुखी रोटी जान बूझकर ही रखी हैं मैंने , रोटी के साथ दाल दे रही हुं , यह काफी नहीं हैं क्या तेरे लिए जो अब घी भी लगाकर खाएगी तु रोटी पर ?? बड़ी बहु सुधा अपनी सास … Read more

बदली अहमियत, तो बदला व्यवहार – रोनिता कुंडू: Moral stories in hindi

सलोनी..! अचार की बरनिया जरा उतार देना, शिव्या और ज्योति आ रही है… उन्होंने खास अचार की मांग की है.. शोभा जी ने अपनी बहू सलोनी से कहा सलोनी:  हां मम्मी जी आपके बनाए हुए अचार होते ही बड़े लाजवाब है.. पिछली बार जब मैं अपने मायके लेकर गई थी, मेरी भाभी ने भी कहा … Read more

अहमियत – वीणा सिंह: Moral stories in hindi

आज लंबे अंतराल के बाद राज से एक कांफ्रेंस के दौरान मिलना हुआ… सुखद आश्चर्य के साथ एक टीस सी दिल में उठी… उफ्फ……                             नर्सरी से हमारा साथ था… स्कूल कॉलेज में हम साथ साथ पढ़े. हम दोनो अपने विषय के टॉपर थे.. मुझे ज्यूडिशियरी में जाने की बहुत … Read more

अहमियत औरत की पसंद की – संगीता अग्रवाल : Moral stories in hindi

” मम्मी जी आज खाने में कटहल की सब्जी बना लेती हूं आप जरा बाहर सब्जी वाले से ला दे !” पंद्रह दिन पहले ब्याह कर आई रुचि ने अपनी सास नलिनी जी से कहा। ” नही नही कटहल की सब्जी हमारे यहां कोई नही खाता तुम ऐसा करो अपने पापा जी की पसंद की … Read more

अहमियत – मोहम्मद उरूज खान : Moral stories in hindi

सुनो! तुम्हारा पसंदीदा रंग कौन सा है? नाश्ते की टेबल पर अख़बार पढ़ रहे शशांक जी ने पूछा। इस तरह अपने पति के मुँह से इस तरह की बात सुन बराबर में बैठी नाश्ता कर रही उनकी पत्नि शिवानी जी ने हेरत से उनकी तरफ देखा और बोली ” क्या पूछा आपने? ऐसे क्या देख … Read more

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