माँ बनी शेरनी – विभा गुप्ता : Moral stories in hindi

   सुबह-सुबह दरवाज़े की घंटी बजी तो मनोरमा जी ने सोचा कि चंपा आई होगी…उसके आने का यही तो टाइम है,यही सोचकर उन्होंने दरवाज़ा खोला तो अपनी बेटी श्रेया को देखकर खुश हो गई।कुछ कहती इससे पहले श्रेया माँ के गले लगकर रोने लगी।          छह बरस पहले श्रेया का विवाह सिद्धार्थ के साथ हुआ था जो … Read more

बूंद बूंद से घड़ा भरता है – निशा जैन: Moral stories in hindi

अरे सुषमा मैं जब से आई हूं तब से देख रही हूं तेरे घर के ग्लास पर ये क्या लिखा हुआ है किसी पर एम, किसी पर एन, ई, एस, जे ये टैंट के ग्लास हैं क्या अरे नही जीजी ये मेरी बहु की कारिस्तानी है और  पानी और खाने की क्या अहमियत है ये … Read more

बहू के माता-पिता की अहमियत – सुषमा यादव : Moral stories in hindi

यह बहुत सालों पहले की कहानी है,जब परम्पराओं का बहुत ही कठोरता से पालन किया जाता था। बेटी के घर का पानी पीना भी पाप समझा जाता था। सब स्त्रियां कितनी भी उम्रदराज क्यों ना हों,लंबा घूंघट हर समय चेहरे पर रहता।मजाल है कोई उनका चेहरा देख ले। माधुरी की सासू मां ने एक दिन … Read more

पसंद नापसंद की – माधुरी गुप्ता : Moral stories in hindi

रीना ओ रीना बड़ी अच्छी खुशबू आ रही हैं तेरे घर से ,कयाआज फिर तू मठरियां बनाने बैठ गई,येआबाज रीना की सहेली रेखा की थी।कया करू रेखा आज आफिस जाते समय इनकी फरमाइश थी कि जब शाम को घर लौटूं तो चाय के साथ गरमागरम मठरिया बना घर रखना।बस भाईसाहब ने कहा और तू जुट … Read more

परिवार की अहमियत – सुभद्रा प्रसाद: Moral stories in hindi

शाम का धुंधलका फैलने लगा था |शंकर बाबू अपने हाथों में सब्जी का थैला थामे जल्दी जल्दी पुल पार कर रहे थे | एक दोस्त से बात करने के चलते कुछ देर हो गई थी और अब वे जल्दी से घर पहुंचना चाह रहे थे|  पुल ज्यादा लंबा नहीं था |नीचे नदी बह रही थी … Read more

सिर्फ बस यादें…! – सीमा प्रियदर्शिनी सहाय : Moral stories in hindi

ऐसा लगता है कि वह कल की ही बात हो…। वह समय पंख बन जाए और उसके ऊपर ही बैठकर  मैं उस हसीन दुनिया में लौट जाऊं जिसे बचपन कहा जाता था। वह हमारा गांव और गांव का वह घर, जहां हम सभी का बचपन बीता था और जवानी भी। हम सब भाई बहन साथ-साथ … Read more

वह पागल नही था  – डा. इरफाना बेगम: Moral stories in hindi

वह कौन था कहां से आया था कोई नहीं जानता था। एक दुबला पतला लगभग ग्यारह–बारह साल का बच्चे को ट्रक के क्लीनर के साथ देखा गया । क्लीनर उस बच्चे के साथ बहुत ही अभद्र व्यवहार कर रहा था।  गांव के बाहर ढाबे पर खडे ट्रक के क्लीनर का व्यवहार बच्चे के साथ लोगो … Read more

अहमियत :सी इज जस्ट अ हॉउस वाइफ….. –  मीनाक्षी सिंह  : Moral stories in hindi

सुनो वंदना….कल मेरे ऑफिस के कुछ दोस्त अपनी फैमिली के साथ आयेंगे….. कुछ ज़रूरी डिस्कशन करना है सबके साथ … वो खाना खाकर ज़ायेंगे सब तैयारी कर लेना…. फ़ोन पर देखते हुए वंदना के पति मोहित बोले…. सामान भी तो लाना पड़ेगा जी…. आप ले आईयेगा… बना दूँगी मैं ….. वंदना बेटी को दूध पिलाती … Read more

अहमियत – पूजा मिश्रा  : Moral stories in hindi

जयराम आश्रम में गंगा के किनारे सीढ़ियां पर बैठी अमृता गंगा की लहरों को अपलक देख रही थी मन में विचारों का झंझावात चल रहा  था । मेरी जिंदगी इन लहरों की तरह क्यों नही थी ये तो अपनी मर्ज़ी से आगे बहती जा रही हैं  मै अपनी मर्जी का जीवन क्यों नहीं जी पाई … Read more

अहमियत का प्रमाणपत्र नहीं – शुभ्रा बैनर्जी  : Moral stories in hindi

 बहू को घर की लक्ष्मी कहने भर से नहीं होता,मानना भी पड़ता है।प्रीति ने ससुराल के बारे में अपनी सहेलियों से अलग-अलग कहानियां सुनी थी।करुणा ने कहा था”ससुराल,बस एक जेल है।सारा दिन सास जेलर बनी सर पर मंडराती रहती है।”रक्षा ने अपना अनुभव बताते हुए कहा”अरे,दिन भर गधे के जैसे काम करते रहो,फिर भी कदर … Read more

error: Content is Copyright protected !!