हिटलर मत बनो – गीता वाधवानी : Moral Stories in Hindi

आज से लगभग 20 वर्ष पहले सुगंधा का विवाह सुनील से हुआ था। सुगंधा एक छोटे से शहर से मुंबई जैसे बड़े शहर में विवाह उपरांत आ गई थी। वह बहुत सीधी और संस्कारी थी। उसने अपने बड़ों से यही सीखा था कि पलट कर जवाब नहीं देना चाहिए और यदि सामने वाला बहुत गुस्से … Read more

खुशियां पैसों की मोहताज़ नही- संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

” मम्मी देखो ना सब लोग नए साल का जश्न मनाने को घूमने जा रहे हैं एक मेरी किस्मत ऐसी की इस चार दिवारी में बन्द हूं !” तान्या ने अपनी मम्मी वंदना जी को फोन लगा शिकायत की। ” पर बेटा पिछले साल तो तुम लोग घूमने गए थे इस बार नही भी जा … Read more

कबीरा गर्व न कीजिए ! अभी नाव मझधार !! – बिमला महाजन : Moral Stories in Hindi

  राधिका के घर किट्टी पार्टी थी। किट्टी पार्टी में  होने के लिए सभी महिलाएं अपनी बेहतरीन ड्रेस में सज धज कर समय से पूर्व ही पहुंच चुकी थी। सब की नजर घड़ी पर थी ।  ” ग्यारह बज गए हैं चलो जल्दी से पंक्चुअलिटी निकालो  ” मिसेज मेहता ने कहा ।  इस बार  मिसेज सोनी … Read more

सास बिना कैसा ससुराल – मंजू ओमर : Moral Stories in Hindi

आज शिखा को किटी पार्टी में जाना है ।वो अपने तीन साल के बेटे को तैयार कर रही है साथ ले जाने को । तैयार करते करते बार बार झुंझला जा रही है देर हो रही है घर में कोई है भी तो नहीं कि मोनू को उसके पास छोड़ दूं । फिर भी जब … Read more

पिघलती बर्फ – बालेश्वर गुप्ता : Moral Stories in Hindi

आज फिर शांति बुआ आनेवाली थी,मैं तो खुश था,पर मम्मी अशांत थी।शांति बुआ यूँ तो हर वर्ष 15-20दिनों के लिये आती ही थी,मेरी उनसे खूब पटती थी,मैं उनसे भगवान राम,कृष्ण लीला एवं रावण,कंस वध आदि आदि की कहानियां सुना करता,मुझे ये कहानियां सुनने में खूब मजा आता था,बुआ भी खूब चाव से सुनाती थी। उन्हें … Read more

अशांति – वीणा सिंह : Moral Stories in Hindi

 सुवर्णा मां बनने वाली है जब से टेस्ट रिपोर्ट देखने के बाद लेडी डॉक्टर  शुभ्रा बनर्जी  ने कन्फर्म किया, सुवर्णा अंदर से सिहर सी गई.. धीरे धीरे #अशांति #भय और घबराहट परछाई की तरह उसे घेरने लगी . सामान्य सी बात पर भी सुवर्णा अशांत हो जाती… पति  सुजीत के साथ मात्र दो महीने रह … Read more

शांति से अशांति भली – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

मजाल है जो इस घर में 2 मिनट की भी सांस ले ले, खुद तो महारानियां खा पी कर अपने-अपने कमरों में सो गई है और यहां बच्चों को छोड़ दिया है मेरी नींद हराम करने के लिए, जाओ बच्चों बाहर जाकर खेलो थोड़ी देर, अभी दादी  आराम करेगी, लेकिन दादी बाहर तो बहुत धूप … Read more

error: Content is Copyright protected !!