किराएदार – करुणा मलिक : Moral Stories in Hindi
स्नेहा! आज अपने अंकल के लिए भी रोटी ऊपर से ही दे जाना, देख मेरा तो व्रत है , अब एक जने के ऊपर कहाँ तवा- परात उठाऊँगी । ठीक है आँटी जी ! जिस टाइम अंकल जी को रोटी खानी होगी, दस मिनट पहले बता दियो, सब्ज़ी गर्म करके रोटी सेक दूँगी । श्यामाजी … Read more