यही है अपनों का साथ – गीता वाधवानी : Moral Stories in Hindi

 दो बड़े भाई अतुल और विक्की, दो बड़ी बहनें प्रभा और माला और इन सबसे छोटी अनु। सब बच्चे माता-पिता और दादा-दादी के लाडले।   अतुल ने पापा का ड्राई फ्रूट्स का व्यापार संभाल लिया और विक्की ने रेडीमेड कपड़ों का। दोनों का विवाह भी अच्छे अमीर घरों में  हो गया था। प्रभा और माला का … Read more

अपनों का साथ – अयोध्या प्रसाद उपाध्याय : Moral Stories in Hindi

किसी के पास बहुत धन-दौलत हो जाय उससे कुछ भी नहीं होता जबकि उसके साथ दिल भी न हो ताकि आवश्यकतानुसार मौके पर उसका सदुपयोग कर सके। धनंजय एक ऐसा ही व्यक्ति था। यद्यपि वह प्रोफेसर था फिर भी वह क्यों इतना कंजूस हो गया था? कुछ लोगों का कहना था कि उसकी पत्नी उससे … Read more

प्यार का एहसास – विभा गुप्ता : Moral Stories in Hindi

   ” आह…हा..कितनी अच्छी हवा आ रही है…कितना सुंदर व्यू(view)है..रवि, देखो ना..।” खिड़की से परदा हटाकर किरण ने अपने दोनों हाथ फैला दिये।रवि हाँ कहकर चुप हो गया।फिर किरण बड़े बाॅक्स में से सामान निकाल कर रैक पर सजाने लगी तभी आशु ने पूछ लिया,” मम्मा…दीदी- बड़ी मम्मी कब आयेंगे?”  सुनकर उसके चेहरे पर नकारात्मक भाव … Read more

अपनो का साथ – सरोज सिंह : Moral Stories in Hindi

        हमने पूछ ही लिया आप  कठोर होकर इतने सहज कैसे हैं?बहुत दिनों तक तक बस ओ (राम)हमारी बातों को टालते रहे या यूं कह सकते हैं कि अनदेखा करते रहे पर उन्हें देखकर और सुनकर लगता था कुछ तो है जो छुपा हुआ है।हमारा फेवरेट सब्जेक्ट psychology था सो थोड़ा लोगों की भावनाओं को समझता … Read more

अपनो का साथ – उमा वर्मा : Moral Stories in Hindi

।मैं निर्मला ।पर मेरे स्वभाव में निर्मलता बिलकुल नहीं है ।न जाने क्या सोच कर माता पिता ने यह नाम रखा था ।चार भाई बहन में सबसे छोटी थी।इसलिए सभी का प्यार कुछ अधिक ही मिला ।जिसके फलस्वरूप मै जिद्दी, घमंडी बन गई थी ।सुन्दरता में भी बीस रही तो अपने आगे किसी को नहीं … Read more

अपनों का साथ – राशि पांडे : Moral Stories in Hindi

क्या करती हो तुम? पूरे दिन चिकचिक लगाई रहती हो | बच्चो को भी  पूरा दिन बोलती रहती हो | मुझे लेट हो रहा है , ऑफिस जल्दी जाना है आज मुझे, इतना बोलते हुए पति देव जी ऑफिस चले जाए | मैं आराम से बैठी, चाय पिया | तब जा के आराम मिला | … Read more

अपनों का साथ – उषा बूचा : Moral Stories in Hindi

 रमेश जी का बेटा , विनय अच्छे से कारोबार सम्भाल रहा था पर पता नहीं किस दोस्त की दोस्ती रंग लाई , कि विनय क्रिकेट मैच के सट्टे खेलने लगा , पहले थोड़ा जीतने पर लालच बढ़ गया और हारता गया ! कितने दोस्तों से रूपए भी उठा लिए ! रमेश जी का ध्यान गया … Read more

अपनों का साथ – करुणा मलिक : Moral Stories in Hindi

बबिता  ! सुमन का फ़ोन आया था ।कनिका के लिए लड़का बता  रही थी…. रहने दो, जैसी मिडिल क्लास खुद है तुम्हारी बहन वैसा ही मिडिल क्लास लड़का बताया होगा । अब क्या हम सुमन का बताया रिश्ता देखने चल पड़े ? इतना अभिमान अच्छा नहीं होता । चार पैसे क्या आ गए कि तुमने  … Read more

“ये बंधन तो प्यार का बंधन है” – कुमुद मोहन : Moral Stories in Hindi

” करण! जल्दी कर जीजी की फ्लाईट का टाइम हो रहा है”?नयन ने गाड़ी निकालते हुए कहा! बाकी दोनों बहनें भी लपक कर गाड़ी में जा बैठीं। दरअसल वो सब साथ रहने का एक मिनट भी कम नहीं होने देना चाहते थे । क्रिसमस की छुट्टियां शुरू होने ही वाली थी कि करण और नयन … Read more

तुम टेढ़ी खीर, तो मैं सीधी जलेबी – रोनिता कुंडु : Moral Stories in Hindi

मां बाऊजी… मुझे आप दोनों से कुछ कहना है… हम अलग रहना चाहते हैं.. रोज-रोज की किच-किच से तंग आ चुका हूं, अब अलग रहकर ही चैन मिल सकता है, ऋषि ने कहा  पार्वती जी:  क्या अलग-अलग रहना चाहता है..? बेटा तू हमारा एकलौता बेटा है और यह घर तेरा ही है, झगड़े मन मुटाव … Read more

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