अनकहा बंधन (अंतिम भाग ) : Moral Stories in Hindi

सावी अस्पताल से अपने माता-पिता के साथ चली गई। जगन्नाथ जी अस्पताल से सतीश के साथ घर वापस आ ग‌ए। लता ने उनको देख कर गुस्से से अपना मुंह फेर लिया। खाने की टेबल पर सतीश चुपचाप सिर झुकाए खाना खा रहा था कि लता ने अपने तानों से से उसे बींध दिया। अच्छा हुआ … Read more

अनकहा बंधन (भाग–2) : Moral Stories in Hindi

सावी सतीश का इजहार- ए- मोहब्बत सुनकर बेहोश हो जाती है। उसे अस्पताल में एडमिट किया जाता है जहां डाक्टर उसकी हालत खराब बताते हैं। सतीश और उसके पिता जगन्नाथ जी अस्पताल में सावी के पास होते हैं।सावी की हालत देख सतीश बेहद दुखी हो जाता है वो उसकी इस हालत के लिए खुद को … Read more

अनकहा बंधन (भाग–1) – रचना कंडवाल : Moral Stories in Hindi

“हां मुझे मोहब्बत है उससे” सतीश बहुत जोर से चिल्लाया।  ये सुनकर सावी तो जैसे किचन में जम कर पत्थर की मूरत बन गई। चाय का कप उसके हाथ से नीचे गिर कर टूट गया। उसकी सास बेहद कर्कश स्वर में छाती पीट पीट कर चिल्ला रही थी। सुनते हो  सतीश क्या कह रहा है???  … Read more

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