मासी नहीं मम्मा… – रश्मि झा मिश्रा : Moral Stories in Hindi

…”कुहू… ना मेरी गुड़िया… वहां मत जा…!” ” मम्मा जाना…!” ” नहीं बेटा… अभी नहीं…!” ” नहीं… मम्मा जाना…!”  कुहू एक ही रट लगाए बैठी थी…  पर मम्मा जाने के लिए… मां को होना भी तो चाहिए…  सुमन ने खींचकर उसे सीने से लगा लिया… ” मैं हूं ना बेटा… मासी… मैं ही तेरी मम्मा … Read more

अपने ही घर से शुरुआत होती है – रोनिता कुंडु : Moral Stories in Hindi

कुछ औरतें मिलकर शादी के गीत गा रही थी… कुछ ढोल ताशे बजा रही थी… कहीं हंसी ठहाके चल रहे थे… घर पर काफी गहमा गहमी थी और हो भी क्यों ना..? घर की बेटी सपना की शादी जो थी… वह वही बैठी मेहंदी लगवा रही थी.. जहां घर में इतनी रौनक थी… वही निवेदिता … Read more

कुछ सुलगते प्रश्न – बिमला महाजन : Moral Stories in Hindi

 “मैं अकेला रह गया हूं ” सोमेश को दख कर राजेश फफक फफक कर रो पड़ा था  ।उस  के लिए भी अपने आप को सम्हालना ‌ कठिन हो गया था । उसने बड़ी  कठिनाई से राजेश को सांत्वना दी । धीरे धीरे दोनों  नार्मल हुए । घर आकर भी वह बेचैन ही रहा ।बार बार … Read more

जीवन का सच – मंजू ओमर : Moral Stories in Hindi

सुमन एकटक सामने पड़े पैसे और जेवर को देख रही थी ।पति राघव ने टोका क्या देख रही हो सुमन ये सब तुम्हारे लिए है ।ये जेवर जिसके लिए तुम हमेशा मुझको ताने मारती रहती थी कि कभी तुमने मुझे कुछ दिलाया ही नहीं।और हां किसी दिन चलना बैंक मां के कंगन निकाल लेना उससे … Read more

करमजली – निभा राजीव निर्वी : Moral Stories in Hindi

काम पर जाते हुए करुणा जैसे ही गली के मुहाने पर सखाराम हलवाई की दुकान के सामने से निकली, उसके कानों तक फुसफुसाता हुआ एक स्वर पहुंचा, “-लो..निकल पड़ी करमजली! लोक लाज को तो घोल कर पी गई है..”           वह स्वर से ही पहचान गई कि ये सखाराम की पत्नी केतकी का स्वर था जो … Read more

अपनों पर विश्वास – विभा गुप्ता : Moral Stories in Hindi

 ” ये क्या माँ…आप फिर से वही रट लगाकर बैठ गईं हैं।मनीष की बात आप मान क्यों नहीं लेती हैं…।मैं भी निश्चिंत हो जाऊँगी…।” सीमा ने समझाते हुए अपनी माँ वंदना जी से कहा तो वह भड़क उठीं,” हाँ-हाँ..तू तो उसी का पक्ष लेगी लेकिन मैं कहे देती हूँ कि मैं उस मराठन के साथ … Read more

जो समझदार , वही जिम्मेदार – निशा जैन : Moral Stories in Hindi

ट्रिन… ट्रिन…. ट्रिन…. ट्रिन….  नंदिनी _ हैलो   दीदी, कैसी हो आप? बहुत दिनों बाद याद आई अपनी छोटी भाभी की। आप लोकल ही रहती हो पर कभी ये नही कि मिलने आ जाओ  रश्मि_ अरे घर के काम ही खतम नही होते ,सोचती हूं आने का तो कुछ न कुछ काम आ ही जाता है … Read more

आप कौन? – गीता वाधवानी : Moral Stories in Hindi

 सुंदरलाल  और उसकी पत्नी रेखा दो बेटे रोहन और सोहन, एक प्यारी सी बिटिया सबसे छोटी रश्मि। कुल मिलाकर एक सुखी परिवार। सुंदरलाल की एक रेडीमेड कपड़ों की दुकान थी जो की फैशन के हिसाब से बहुत बढ़िया चलती थी।   तीनों बच्चे पढ़ाई में बहुत बढ़िया नहीं थे। जैसे तैसे दोनों बेटों ने  12वीं कक्षा … Read more

जीवन का सच – डॉ आरती द्विवेदी : Moral Stories in Hindi

 छोटे से गाँव में रहने वाला मोहन, एक साधारण आदमी था। उसके जीवन में कुछ खास नहीं था, लेकिन उसके दिल में सपने और इच्छाएँ थीं। वह गाँव में अपने माता-पिता के साथ रहता था और खेतों में काम करता था। उसके पास बड़े-बड़े सपने थे, लेकिन हालातों की बंदिशों ने उसे अपनी जड़ों से … Read more

यह जीवन का सच है – के कामेश्वरी : Moral Stories in Hindi

मैंने सोचा आज ऑफिस जाने के पहले एक बार मंदिर चला जाता हूँ । यही मेरी आदत भी है कि जब भी दिल कहता है सीधे ईश्वर के पास माथा टेकने चला जाता हूँ । मैंने अभी सीढ़ियों पर पैर रखा ही था कि वहाँ बैठी हुई औरतों में एक औरत कुछ जानी पहचानी सी … Read more

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