भविष्य दर्शन (भाग-5) – श्याम कुंवर भारती : Moral stories in hindi
शाम को जब पदमिनी के पिता घर आए तो उसकी मां ने पूछा _ घर की मरमत के लिए कुछ रूपयो का इंतजाम हुआ। अक्षय लाल ने उदास होकर केवल तीन हजार रूपयो का इंतजाम हुआ है।जिस ठेकेदार के यहां काम करता हु उससे एडवांस ले लिए है।मैं मजदूरी करके उनके रुपए चुका दूंगा। लेकिन … Read more